इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शन को कवर करते वक्त दो पत्रकारों की गोली मारकर हत्या
यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराने की ईरानी सेना की स्वीकारोक्ति के बाद देश में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे।
बगदाद, एएनआइ। इराक के बसरा शहर में पिछले हफ्ते सरकार विरोधी प्रदर्शन को कवर करते वक्त दो पत्रकारों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इराक स्थित अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।
प्रेस की स्वतंत्रता कुचलने का षड्यंत्र- अमेरिकी दूतावास
अमेरिकी दूतावास ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता कुचलने का षड्यंत्र करार दिया है। मृतकों में एक संवाददाता अहमन अब्देल समद (39) और दूसरे कैमरामैन सफा घली (37) थे। समद निजी न्यूज चैनल दिजला टीवी के लिए काम करते थे।
गोली लगने से कुछ घंटे पहले ही समद ने एक वीडियो पोस्ट किया था
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कवरेज के दौरान गाड़ी में आए कुछ हथियारबंद लोगों ने दोनों को गोली मार दी थी। बताया जा रहा है कि गोली लगने से कुछ घंटे पहले ही समद ने एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें इराकी सुरक्षाकर्मी अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शनकारियों पर तो कोई कार्रवाई करते नहीं दिखे, लेकिन बसरा में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर रहे थे।
यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराने को लेकर सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी
यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराने की ईरानी सेना की स्वीकारोक्ति के बाद देश में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में प्रदर्शनकारी और पुलिस की भिड़ंत दिखाई जा रही है। प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे थे कि पढ़े-लिखे लोगों को जान से मारा जा रहा है और उनकी जगह मौलवी ले रहे हैं। उनका इशारा उन छात्रों की तरफ था, जो दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार थे और छुट्टियों के बाद यूक्रेन और कनाडा पढ़ाई करने जा रहे थे।
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ संयम से काम लेने का आदेश
राजधानी तेहरान के पुलिस प्रमुख ने सोमवार को कहा कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ संयम से काम लेने का आदेश दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में ईरान से प्रदर्शनकारियों पर गोलियां नहीं चलाने की अपील की है। इससे पहले रविवार को प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई थी।
पुलिस प्रमुख ने कहा- प्रदर्शनकारियों पर कोई गोली नहीं चलाई गई
एक वीडियो में तेहरान के आजादी चौक के आसपास के क्षेत्र में गोलियों की आवाज सुनाई दे रही है। इसी वीडियो में घायलों को ले जाते और सुरक्षाकर्मियों को राइफलों के साथ भागते देखा जा सकता है। सड़कों पर खून बिखरा भी दिख रहा है। तेहरान के पुलिस प्रमुख जनरल हुसैन रहीमी ने हालांकि कहा, रविवार को प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बिल्कुल सख्ती नहीं की गई और किसी पर कोई गोली नहीं चलाई गई।