इजराइल में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के विरोध में सड़क पर उतरे लोग, पीएम नेतान्यहू के आवास को घेरा
बता दें कि इजराइल में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने दोबारा राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया है। इसका यहां जबरदस्त विरोध हो रहा है।
यरूशलम, एजेंसी। इजराइल की राजधानी यरूशलम में नए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का विरोध शुरू हो गया है। रविवार को केंद्रीय यरूशलम में हजारों इजराइलियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू के आधिकारिक निवास के बाहर साप्ताहिक विरोध प्रदर्शन किया।इसके अलावा इजराइल के वाणिज्यिक केंद्र तेल अवीव में 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और प्रतिबंध के बावजूद प्रार्थना स्थलों पर कचरा जलाया। बता दें कि इजराइल में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने दोबारा राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया है। इसका यहां जबरदस्त विरोध हो रहा है। इजराइल नहीं ब्रिटेन में भी नए प्रतिबंधों का जबरदस्त विरोध हो रहा है। लंदन में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प भी हुईं।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग की
हालांकि, कोरोना वायरस प्रसार के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों को एक जगह एकत्र होने की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की एक न सुनी। हजारों इजराइलियों ने भीषण गर्मी के बावजूद प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन के दौरान शरीरिक नियमों की अनदेखी की गई। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाया और कोरोना वायरस के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग की और सरकार के विरोध में नारे लगाए। बता दें कि गत सप्ताह कोरोना वारयरस के प्रसार के कारण इजराइल सरकार ने देश में दोबारा लॉकडाउन शुरू किया है। इसके विरोध में इजराइल में प्रदर्शन चल रहे हैं।
लंदन में भी सड़क पर उतरे लोग
प्रतिबंधों के खिलाफ शनिवार को लंदन में भी जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। लंदन पुलिस ने कहा कि इस दौरान 32 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की गई है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा है कि प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में दो पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें भी आईं हैं। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि इसके पूर्व कोरोना वायरस के प्रतिबंधों के विरोध में करीब 1000 से अधिक लोग ट्राफलगर स्क्वायर में एकत्र हुए। कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों को एक स्थल पर एकत्र होने के लिए मना किया गया था। उनसे शारीरिक दूरी के नियमों के पालन करने को भी कहा गया था। अधीक्षक एम्मा रिचर्ड्स ने शनिवार को लोगों को चेतावनी दी कि लंदन एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के बीच खड़ा है और यहां बड़ी सभा लोगों को जोखिम में डाल सकती है। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी यहां एकत्र हुए।