अफगानिस्तान में मारा गया तालिबान आतंकी शेख खालिद हक्कानी
हक्कानी ने 2007 में लाल मस्जिद आपरेशन के बाद आतंकवाद की राह पकड़ ली थी।
पेशावर, प्रेट्र। अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का कुख्यात आतंकी शेख खालिद हक्कानी सुरक्षा बलों के हाथों मारा गया है। पाकिस्तानी तालिबान ने खुद हक्कानी के मारे जाने की पुष्टि की है। 30 वर्ष के आसपास की उम्र के शेख खालिद हक्कानी को प्रतिबंधित टीटीपी के प्रमुख नेताओं में गिना जाता था। 31 जनवरी को काबुल के समीप अपने सहयोगी कारी सैफुल्लाह पेशावरी के साथ वह मारा गया।
हक्कानी ने लाल मस्जिद आपरेशन के बाद आतंकवाद की राह पकड़ ली थी
टीटीपी सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान में एक अभियान के दौरान हक्कानी मार गिराया गया। हालांकि न तो अफगान और न ही पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उसके मारे जाने की पुष्टि की है। हक्कानी ने 2007 में लाल मस्जिद आपरेशन के बाद आतंकवाद की राह पकड़ ली थी। मस्जिद से सशस्त्र आतंकियों को खदेड़ने के लिए आपरेशन चलाया गया था। जल्दी ही वह आतंकी संगठन के प्रमुख बैतुल्ला महसूद का भरोसेमंद बन गया था। 2009 में अमेरिकी ड्रोन हमले में बैतुल्ला मारा गया था।
चीन में मौत का आंकड़ा 700 के पार
महामारी का रूप लेते जा रहे कोरोना वायरस से चीन के वुहान शहर में पहली बार दो विदेशी नागरिकों की मौत हुई है। इनमें अमेरिका की एक महिला और जापान का एक पुरुष शामिल है। इनको मिलाकर शनिवार तक चीन में मरने वालों की संख्या 723 हो गई है, जबकि 34,598 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। यह आंकड़ा 2002-03 में सार्स नामक बीमारी से हुई 774 लोगों की मौत के करीब पहुंचते जा रहा है।
हुबेई में दवा समेत मेडिकल सामग्रियों की सप्लाई में सुधार हुआ
चीन ने कहा है कि फिलहाल हुबेई में दवा समेत मेडिकल सामग्रियों की सप्लाई में सुधार हुआ है, लेकिन हालात जल्द काबू में नहीं हुए तो सप्लाई गड़बड़ा सकती है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने शनिवार को अपने नागरिक की मौत की पुष्टि की है। प्रवक्ता ने कहा कि 60 साल की अमेरिकी महिला की छह फरवरी को वुहान के एक अस्पताल में मौत हो गई। वुहान में अधिकारियों ने कोरोना वायरस से किसी विदेशी नागरिक की मौत का यह पहला मामला बताया है। हालांकि, वुहान के अस्पताल में जापान के 60 साल के एक नागरिक की भी मौत हुई है। उसे निमोनिया की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, बाद में कोरोना वायरस के लक्षण भी उसमें पाए गए थे।
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों का एक दल जल्द ही चीन जाएगा
जापान के विदेश मंत्रालय ने टोक्यो में इसकी घोषणा की। मंत्रालय ने कहा कि बीमारी की पहचान में मुश्किल के चलते जापानी व्यक्ति की मौत का कारण वायरल निमोनिया बताया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा है कि संगठन के विशेषज्ञों का एक दल जल्द ही चीन जाएगा।