ईरान में सेटेलाइट नियंत्रित मशीनगन से की गई थी परमाणु वैज्ञानिक की हत्या, जानें कैसे अंजाम दी गई थी वारदात
समाचार एजेंसी रॉयटर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ईरान में शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फकीरजादेह की हत्या में सेटेलाइट नियंत्रित स्मार्ट सिस्टम मशीनगन का इस्तेमाल किया गया था। यह पूरा सिस्टम आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस से संचालित था।
दुबई, रायटर। ईरान में शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फकीरजादेह की हत्या में सेटेलाइट नियंत्रित स्मार्ट सिस्टम मशीनगन का इस्तेमाल किया गया। यह पूरा सिस्टम आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस से संचालित था। यह जानकारी अर्ध सरकारी तस्नीम न्यूज एजेंसी ने एक सीनियर कमांडर के हवाले से दी है। ईरान ने हत्या के लिए इजरायल पर आरोप लगाया है।
खुफिया एजेंसियों के सहयोग से वारदात
ईरान का कहना है कि इजरायल ने पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों के सहयोग से इस वारदात को अंजाम दिया। इसका उद्देश्य ईरान के परमाणु विकास कार्यक्रम को धक्का पहुंचाना है। चर्चा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की कोशिश में जुटा है। इजरायल ने ईरान के इस आरोप को न स्वीकार किया है और न ही इसे नकारा है।
इजरायल ने कही यह बात
इजरायल के एक अधिकारी ने कहा है कि हत्या से जुड़े अंदरूनी षडयंत्र पर पर्दा डालने के लिए ईरान ने तस्नीम न्यूज के जरिये नई कहानी गढ़ी है। वैसे इजरायल पूर्व में भी अपने दुश्मन देशों के परमाणु कार्यक्रमों को निशाना बनाकर हमले और खुफिया कार्रवाई करता रहा है।
हमले में शामिल नहीं था कोई शख्स
फकीरजादेह की हत्या 27 नवंबर को तेहरान के नजदीक राजमार्ग पर हुई थी। उस समय वह अपने अंगरक्षकों के साथ कार से जा रहे थे। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स फोर्स के डिप्टी कमांडर अली फादवी के अनुसार हमले में कोई आतंकी शामिल नहीं था। फकीरजादेह जब अपनी कार ड्राइव कर रहे थे, उसी दौरान एक अत्याधुनिक कैमरे से उनकी फोटो लेकर उन्हें निशाना बनाया गया।
छोटे ट्रक में रखी थी मशीनगन
मशीनगन एक छोटे ट्रक में रखी हुई थी और उसे सेटेलाइट से नियंत्रित किया जा रहा था। सेटेलाइट नियंत्रित कैमरे से वैज्ञानिक की फोटो लेकर उसे सेटेलाइट के पास भेजा गया और इसके बाद मशीनगन से फायरिंग कराई गई जिससे वैज्ञानिक की मौत हुई। मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जमीन पर नहीं था कोई हत्यारा
हालांकि घटना के कुछ देर बाद प्रत्यक्षदर्शी ने सरकारी टेलीविजन को बताया था कि फकीरजादेह की हत्या बंदूकधारियों की फायरिंग से हुई थी और उससे कुछ देर पहले मौके पर एक ट्रक में तेज आवाज के साथ विस्फोट हुआ था। जबकि पिछले हफ्ते ईरान सरकार की ओर से खबर आई कि फकीरजादेह की हत्या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से हुई, जमीन पर कोई हत्यारा नहीं था।