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दूतावास में पत्रकार खशोगी की हत्या को लेकर संकट में फंसा सऊदी अरब

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पत्रकार की नृशंस हत्या पर दुनिया में मचे हंगामे के बावजूद वह रियाद के साथ हथियार सौदा निरस्त नहीं करेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 10:10 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 12:26 AM (IST)
दूतावास में पत्रकार खशोगी की हत्या को लेकर संकट में फंसा सऊदी अरब
दूतावास में पत्रकार खशोगी की हत्या को लेकर संकट में फंसा सऊदी अरब

रियाद, एएफपी/रायटर। इस्तांबुल वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हुई हत्या के मामले को लेकर सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय संकट में घिर गया है। दुनिया के ताकतवर देशों ने इस मामले पर उत्तर मांगा है और यह बताने के लिए कहा है कि आखिर मारे गए पत्रकार का शव कहां है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी सऊदी अरब के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन वह रियाद के साथ हुआ हथियार सौदा रद नहीं करेंगे। यूरोपीय संघ, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन के साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने भी स्पष्टता की मांग की है।

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दुनिया के शक्तिशाली देशों ने पूछा हत्या के बाद शव का क्या किया

शनिवार को सऊदी अरब अपने पूर्व बयान से पलटते हुए कहा कि दो अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में एक झगड़े के दौरान खशोगी की मौत हो गई। उसने कहा है कि 18 सऊदी को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के दो शीर्ष सहयोगी के साथ ही तीन अन्य इंटेलीजेंस एजेंट को हटा दिया गया है। वाशिंगटन पोस्ट में कॉलम लेखक खशोगी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के धुर आलोचक थे।

इस्तांबुल के जंगलों में शव तलाश रही है तुर्की पुलिस

तुर्की के अधिकारियों ने रियाद पर सरकार पोषित हत्या कराने और शव के टुकड़े करने का आरोप लगाया है। अधिकारियों ने कहा है कि खशोगी की हत्या को छिपाने नहीं दिया जाएगा। तुर्की पुलिस ने इस्तांबुल के जंगलों में शव की तलाश शुरू कर दी है। सऊदी अरब के अधिकारियों का कहना है कि शव को लपेटा गया और उसे ठिकाना लगाने के लिए स्थानीय सहयोगी को सौंपा गया था। तुर्की के सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों के पास एक आडियो रिकार्डिग है, लेकिन उसे जारी नहीं किया गया है।

सऊदी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ऐसे हुई हत्या

खशोगी की हत्या की जो कहानी सऊदी अरब ने बताई है उसे लेकर वह पूरी दुनिया की संदेह भरी नजरों का सामना कर रहा है। अब उसकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस्तांबुल वाणिज्य दूतावास के भीतर हुई घटना पर नया नजरिया पेश किया है। अधिकारी का नजरिया संदिग्धों के पूर्व बयान के विपरीत है।

अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर अधिकारी ने घटनाक्रम मुहैया कराया है। इसमें दो अक्टूबर को खशोगी के साथ 15 सऊदी नागरिकों के साथ किस तरह टकराव हुआ इसका ब्योरा शामिल है। पत्रकार को धमकाया गया और अपहरण के बाद विरोध करने पर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद टीम का एक सदस्य खशोगी के जैसे कपड़े पहन दर्शाया कि वह वाणिज्य दूतावास से बाहर आ गया है।

क्या कहा ट्रंप ने

पहले जवाब को संतोषजनक बताने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बाद में कहा कि वह इस जवाब से असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि यह पहला बड़ा कदम है। यह पहला अच्छा कदम है, लेकिन वह इसका उत्तर चाहते हैं। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि पत्रकार की नृशंस हत्या पर दुनिया में मचे हंगामे के बावजूद वह रियाद के साथ हथियार सौदा निरस्त नहीं करेंगे।


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