अफगान युद्ध के बाद किसी देश में सबसे बड़ी जनहानि, सीरिया में 300 रूसी लड़ाके हताहत!
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा कि सीरिया में हुए हमले में बड़ी संख्या में रूस को हुए नुकसान के बारे में विरोधी दुष्प्रचार कर रहे हैं।
मॉस्को, रायटर। सीरिया में बीते सप्ताह हुए अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के हमले में 300 रूसी लड़ाके मारे गए या घायल हुए हैं। यह चौंकाने वाला आंकड़ा रूसी सेना के एक डॉक्टर के हवाले से आया है।
सीरियाई शहर दीयर अल-जोर के नजदीक सात फरवरी को अमेरिका समर्थित गठबंधन ने राष्ट्रपति बशर अल-असद समर्थक फौज पर हमला किया था। यह हमला सीरिया की लोकतंत्र समर्थक मिलीशिया पर असद की फौज के हमले के जवाब में किया गया था। हमले के बाद रूस ने हमले की निंदा की थी और पांच नागरिकों के मारे जाने की बात कही थी, जिनका रूसी सेना से कोई रिश्ता नहीं था।
रूस इससे पहले सीरिया संघर्ष से अपना सीमित संबंध होने की बात कहता रहा है। वह वहां पर असद की फौज को रणनीतिक सलाह और प्रशिक्षण देने की बात स्वीकार करता रहा है। लेकिन सीरिया में रूसी लड़ाकों के लड़ने की बात पहली बार औपचारिक रूप से सामने आई है। सेना के जिस डॉक्टर ने सीरिया में मारे गए और घायल हुए रूसी लोगों के विषय में दावा किया है, वे सीरिया में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए जिम्मेदार है। उसने बताया कि पिछले सप्ताह सीरिया में हुए हमले में घायल 50 से ज्यादा लड़ाके उसके मॉस्को के अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। इनमें से 30 की हालत गंभीर है। उसने बताया कि सीरिया में घायल हुए लड़ाके तीन विमानों में मॉस्को लाए गए हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा कि सीरिया में हुए हमले में बड़ी संख्या में रूस को हुए नुकसान के बारे में विरोधी दुष्प्रचार कर रहे हैं। अमेरिका समर्थित गठबंधन के हमले में वास्तव में पांच रूसी नागरिक मारे गए हैं, जिनका सेना से कोई संबंध नहीं था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने पूछे जाने पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। रूसी डॉक्टर का दावा अगर सही है तो यह अफगानिस्तान युद्ध के बाद रूस को किसी एक देश में हुआ सबसे बड़ा नुकसान है।