अमेरिकी सैनिकों के ठिकाने वाले इराकी बेस पर रॉकेट हमला
इराक में अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाने का यह मामला एक हफ्ते में तीसरी बार हुआ है। यह जानकारी सेना की ओर से दी गई है।
बगदाद, एएफपी। इराक की सेना ने मंगलवार को इराकी मिलिट्री बेस पर हमले की जानकारी दी जहां अमेरिका व नाटो सैनिकों की तैनाती थी। एक सप्ताह के भीतर विदेशी सैनिकों वाले बेस पर यह तीसरा हमला है। सोमवार देर रात बगदाद के दक्षिण में बेसमाया बेस (Besmaya base) पर रॉकेट से हमला किया गया। इस हादसे में किसी के मरने या किसी नुकसान की जानकारी नहीं दी गई है। बगदाद के दक्षिण पूर्व स्थित अल-नाहरवान ब्रिक फैक्ट्री ( al-Nahrawan Brick Factory) के करीब स्थित इलाके से दो रॉकेट दागे गए। ताजी बेस के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा मिलिट्री बेस है। अभी किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेवारी नहीं ली है।
बेसमाया में इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए स्पेन की सेना, अमेरिकी सेना व नाटो की सेना मौजूद हैं। गत 11 मार्च को इसी तरह का हमला यहां के ताजी एयरबेस पर हुआ जिसमें दो अमेरिकी व एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई थी।
गत अक्टूबर माह से बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर 24 रॉकेट दाग गए हैं किसी भी हमले की जिम्मेवारी लेने को कोई संगठन आगे नहीं आया लेकिन अमेरिका ने कताइब हिजबुल्ला पर हमले का आरोप लगाया है। गत अक्टूबर माह से बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर 24 रॉकेट दाग गए हैं किसी भी हमले की जिम्मेवारी लेने को कोई संगठन आगे नहीं आया लेकिन अमेरिका ने कताइब हिजबुल्ला पर हमले का आरोप लगाया है।
पिछले सप्ताह इराकी बेस पर रॉकेट हमला का नया दौर शुरू हो गया। यहां के ताजी एयरबेस पर 11 और 14 मार्च को ताबड़तोड़ रॉकेट का हमला किया गया। लंबे समय से अमेरिका बगदाद से आग्रह करता रहा है कि अमेरिकी सैनिकों व राजनयिकों को निशाना बनने से रोक दे। रॉकेट हमले में अमेरिकी कंट्रैक्टर के मारे जाने के बाद दिसंबर में वाशिंगटन ने भी कड़ा कदम उठाया था और हमले में इरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया।