ऐतिहासिक खाड़ी यात्रा के लिए यूएई पहुंचे पोप, यमन युद्ध की निंदा की
पोप फ्रांसिस अरेबियन पेनिनसुला में कदम रखने वाले पहले बिशप बन गए हैं। वे रविवार को यूएई पहुंचे। इससे कुछ ही घंटे पहले उन्होंने अमन हिंसा की कड़ी निंदा की थी।
अबूधाबी, रायटर्स। पोप फ्रांसिस अरेबियन पेनिनसुला में कदम रखने वाले पहले बिशप बन गए हैं। वे रविवार को यूएई पहुंचे। इससे कुछ ही घंटे पहले उन्होंने अमन हिंसा की कड़ी निंदा की थी। यहां सऊदी अरब प्रमुख सैन्य भूमिका में है।
अबू धाबी के लिए प्रस्थान करने से कुछ ही समय पहले, पोप फ्रांसिस ने कहा कि वे यमन में मानवीय संकट को लेकर चिंतित हैं। वेटिकन सिटी में अपने नियमित रविवार के संबोधन के दौरान उन्होंने सभी पक्षों से शांति समझौता लागु करने और लाखों भूखे लोगों की सहायता करने की अपील की। उन्होंने सेंट पीटर स्क्वायर में हजारों लोगों करते हुए कहा इन बच्चों और उनके माता-पिता का रोना की आवाज भगवान तक जाती है। आइए हम इन बच्चों के लिए प्रार्थना करें वे भूखे और प्यासे हैं, उन्हें कोई सहायता नहीं मिल रही है और वे इसके चलते मर भी सकते हैं।
यूएई ने यमन पर पोप के संदेश का स्वागत किया है। विदेश राज्य मंत्री अनवर गर्गश ने ट्वीट कर कहा उनका मानना है कि शांति समझौता का उल्लेख एक ऐतिहासिक सफलता है। उन्होंने अबू धाबी में पोप के उतरने के बाद कहा कि हम इसे लागु करने का आश्वासन देते हैं और 2019 को यमन में शांति का वर्ष बनाने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि यमन में तैनात दलों ने दिसंबर में लगभग चार साल पुराने युद्ध की पहली प्रमुख शांति वार्ता में संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की। ये दल ईरान द्वारा नियंत्रित हौथी आंदोलन के खिलाफ निर्वासित राष्ट्रपति का समर्थन करते हैं जो राजधानी को नियंत्रित करते हैं।