Israeli–Palestinian conflict: इजरायली हवाई हमले में बड़ा घर ध्वस्त, छह मरे, खाड़ी के अरब देश गुस्से में
घर उड़ाने से पहले इजरायली सेना ने मिसाइल दागकर चेतावनी दी। हमास के अल अक्सा रेडियो का रिपोर्टर भी हमले में मारा गया। वहीं गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों और लोगों के मारे जाने की खाड़ी के अरब देशों के लोग इजराइल की कड़ी निंदा कर रहे हैं
गाजा सिटी, एपी। बुधवार की सुबह गाजा पट्टी में इजरायल के हवाई हमलों में कम से कम छह लोग मारे गए। हवाई हमले में एक बड़ा रिहायशी घर उड़ा दिया गया। इजराइल की सेना ने कहा कि उसने खान यूनुस और राफा में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया और 52 विमानों ने 25 मिनट में 40 ठिकानों पर बमबारी की।
खान यूनुस में हमले में 40 सदस्यों वाले अल अस्तल परिवार का घर तबाह हो गया। हमले से पांच मिनट पहले इस घर पर चेतावनी स्वरूप मिसाइल दागी गई, जिससे परिवार के सभी सदस्य वहां से भागने में सफल रहे।
हमास के अल-अक्सा रेडियो ने बताया कि गाजा सिटी में हवाई हमले में उसके एक रिपोर्टर की मौत हो गई। शिफा अस्पताल के डाक्टरों ने बताया कि बुधवार की सुबह लाए गए पांच शवों में संवाददाता का शव भी था। इनमें दो लोगों की मौत चेतावनी मिसाइल के उनके अपार्टमेंट से टकराने के कारण हुई।
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में दस मई को इजरायली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में यरुशलम की तरफ हमास द्वारा हजारों राकेट दागे गए उसके बाद दोनों पक्षों के बीच लड़ाई भड़क गई।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हवाई हमलों में अब तक कम से कम 219 फलस्तीनी नागरिक मारे गए। इनमें 63 बच्चे और 36 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 1530 व्यक्ति घायल हुए हैं। वहीं हमास और इस्लामिक जेहाद का कहना है कि उनके 20 लड़ाके मारे गए हैं। जबकि इजराइल का कहना है कि यह संख्या कम से कम 130 है। राकेट हमलों में इजरायल के 12 लोगों की मौत हुई है जिनमें पांच वर्ष का एक लड़का भी शामिल है।
इजरायली सेना ने बताया कि हमास ने इजराइल पर 3700 से अधिक रॉकेट दागे हैं। हालांकि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली 'आयरन डोम' ने 90 फीसद राकेट नष्ट कर दिए।
इजरायल के प्रति फूट रहा खाड़ी के अरब देशों का गुस्सा
गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों और लोगों के मारे जाने की खाड़ी के अरब देशों के लोग इजराइल की कड़ी निंदा कर रहे हैं और फलस्तीन के प्रति समर्थन जता रहे हैं।
इजराइल के खिलाफ गुस्सा सड़कों पर प्रदर्शन के जरिए, इंटरनेट मीडिया, अखबारों के आलेखों में देखा जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि इस संघर्ष के चलते सऊदी अरब जैसे अन्य अरब देशों के साथ संबंध सामान्य करने के इजराइल के प्रयासों को झटका लगेगा। संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और कुवैत में लोग इंटरनेट मीडिया पर फलस्तीन के प्रति खुलकर समर्थन व्यक्त कर रहे हैं।
इजराइल का चीन के सरकारी चैनल पर सामी विरोधी होने का आरोप
चीन में इजराइल के दूतावास ने सरकारी प्रसारक सीसीटीवी के विदेशी चैनल द्वारा गाजा और दूसरे स्थानों पर जारी हिंसा पर चर्चा संबंधी कार्यक्रम में घोर सामी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए अपना विरोध दर्ज किया है।
दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, हमने उम्मीद की थी कि दुनिया को यहूदियों द्वारा नियंत्रित करने जैसे षड्यंत्रकारी सिद्धांतों का दौर चला गया है, पर दुर्भाग्य से यहूदी विरोध एक बार फिर अपना घिनौना चेहरा लेकर सामने आ रहा है।