Israel Hamas War: 'सैनिकों की सुरक्षा के लिए जो जरूरी होगा करेंगे', इंटरनेट-फोन सेवा बंद करने के सवाल पर इजरायल का जवाब
गाजा में कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट की वजह से डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ और रेड क्रॉस का गाजा में उनकी टीमों से संपर्क नहीं हो पा रहा जिससे हताहतों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में खासा दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। लोग अब एम्बुलेंस को कॉल नहीं पा रहे हैं।
रॉयटर्स, यरूशलम। इजरायल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या शुक्रवार को गाजा में हुए दूरसंचार ब्लैकआउट के पीछे क्या इजरायल था, जिसके कारण क्षेत्र काफी हद बाकी दुनिया से कट गया है? हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि इजरायल अपनी सेनाओं की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या इजरायल ने शुक्रवार रात को शुरू हुए जमीनी हमले की शुरुआत में सेलुलर सेवाओं को बंद कर दिया था, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा- हमें अपनी सेना को सुरक्षित रखने के लिए जो भी जरूरी लगता है हम करते हैं, हम इसके बारे में आगे कुछ नहीं कहेंगे।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात इजरायली सेना की तेज बमबारी की वजह से गाजा पट्टी में फोन और इंटरने सेवाएं ध्वस्त हो गईं और गाजा के 23 लाख लोग बाकी दूनिया से पूरी तरह कट गए। कहा जा रहा है कि इजरायल की सेना जमीन पर अपनी कार्रवाई का विस्तार कर रही है और उसी ने ये सेवाएं बंद की हैं।
यह भी पढ़ेंः Israel Hamas War: सामूहिक कब्रें, लावारिस लाशें... जंग ने गाजा से अंतिम संस्कार का हक भी छीन लिया
ब्लैकआउट ने पैदा की गंभीर समस्या
कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट की वजह से WHO, UNICEF और रेड क्रॉस का गाजा में उनकी टीमों से संपर्क नहीं हो पा रहा, जिससे हताहतों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में खासा दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। लोग अब एम्बुलेंस को कॉल नहीं पा रहे हैं। बचाव दल को हमलों में घायल लोगों को खोजने के लिए विस्फोटों की आवाज का पीछा करना पड़ रहा है।