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इराकी संसद ने दी पीएम महदी के इस्तीफे को मंजूरी, विपक्ष करेगा अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन

मोसुल के विश्वविद्यालय में निकाले गए जुलूस में सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा लोग अपने मूल अधिकारों के बारे में पूछ रहे हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 08:08 PM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 08:08 PM (IST)
इराकी संसद ने दी पीएम महदी के इस्तीफे को मंजूरी, विपक्ष करेगा अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन
इराकी संसद ने दी पीएम महदी के इस्तीफे को मंजूरी, विपक्ष करेगा अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन

बगदाद, एएफपी। इराकी संसद ने प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल महदी के इस्तीफे को रविवार को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही संविधान के मुताबिक पूरी कैबिनेट काम चलाऊ सरकार की भूमिका में आ गई है। स्पीकर ने कहा है कि अब वह राष्ट्रपति बरहम सलेह से नए प्रधानमंत्री को नामित करने का अनुरोध करेंगे। हालांकि विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के संकेत दिए हैं।

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बढ़ती हिंसा के कारण प्रधानमंत्री ने सौंपा इस्तीफा

दरअसल, देश में बढ़ती हिंसा की वारदातों के बीच शिया धार्मिक नेता अली सिसतानी के हस्तक्षेप के बाद प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि वह संसद को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसी परिप्रेक्ष्य में संसद का सत्र रविवार दोपहर बाद शुरू हुआ और कुछ मिनटों के अंदर प्रधानमंत्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया।

पुलिस कार्रवाई में 420 प्रदर्शनकारियों की मौत

दो महीने के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में अब तक 420 लोगों की जान जा चुकी है। संसद का सत्र शुरू होने के कुछ देर पहले भी एक प्रदर्शनकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

इराक ने दिखाई प्रदर्शनों में मारे गए लोगों के प्रति एकजुटता

सरकार विरोधी प्रदर्शनों में मारे गए लोगों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए समूचे इराक में जुलूस निकाले गए। सुन्नी बहुल इलाके में भी इस तरह के जुलूस देखे गए जबकि पहले इन इलाकों के लोग इस तरह के आयोजन में शामिल नहीं होते थे।

सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं

प्रदर्शनकारी अक्टूबर से सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर राजधानी बगदाद और शिया बहुल इलाकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार भ्रष्ट और अक्षम होने के साथ ही विदेशी शक्तियों के इशारे पर काम कर रही है।

इराक में प्रदर्शनकारियों के पक्ष में एकजुटता

मुल्क में पिछले कुछ दिनों में हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इनमें बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने के बाद इराक के सभी प्रांतों में प्रदर्शनकारियों के पक्ष में एकजुटता देखी जा रही है।

मूल अधिकारों को लेकर प्रदर्शन

मोसुल के एक विश्वविद्यालय में निकाले गए जुलूस में सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा, लोग अपने मूल अधिकारों के बारे में पूछ रहे हैं। सरकार को इसका जवाब देना होगा। इराकी झंडा लिए एक छात्र ने कहा कि समूचा देश राजनीतिक तौर पर एक है।

पुलिस अधिकारी को सुनाई मौत की सजा

प्रदर्शनकारियों की हत्या का दोषी ठहराते हुए इराकी अदालत ने एक पुलिस अधिकारी को मौत की सजा सुनाई। दो महीनों से चल रहे प्रदर्शन के दौरान किसी पुलिसवाले को दी गई यह पहली सजा है। दो नवंबर को दक्षिणी शहर में सात प्रदर्शनकारियों की मौत के मामले में पुलिस प्रमुख को सजा दी गई है।


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