कोरोना संकट के बीच मुस्तफा काधेमी ने इराक के प्रधानमंत्री पद की ली शपथ
इराक के पूर्व जासूस प्रमुख मुस्तफा काधेमी को देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में गुरुवार को तड़के देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
बगदाद, एपी। इराक के पूर्व जासूस प्रमुख मुस्तफा काधेमी को देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में गुरुवार को तड़के देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। दरअसल, पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना संकट से जूझ रही है। इससे पहले ही उनका प्रधानमंत्री पद के लिए नाम नमित किया था। हफ्ते भर की तनावपूर्ण राजनीतिक वार्ताओं के बाद उन्हें शपथ दिलाई गई है क्योंकि देश को कोरोना वायरस महामारी के चलते गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
इराक की संसद में भाग लेने वाले 255 सांसदों में से अधिकांश ने सरकारी योजना को मंजूरी दी और मुस्तफा अल-कदीमी द्वारा प्रस्तावित कैबिनेट मंत्रियों में से अधिकांश ने आधिकारिक तौर पर इराक के प्रमुख के रूप में उनका स्वागत किया। नव-नियुक्त मुस्तफा काधेमी ने प्रधानमंत्री पद के लिए इराक के जासूस प्रमुख पद को छोड़ दिया और उन्होंने मान लिया कि इराक राजस्व के रूप में गिरते तेल राजस्व के बीच अभूतपूर्व संकटों का सामना कर रहा है, जिससे काफी दिक्कतों का सामना पड़ सकता है।
मुस्तफा काधेमी ने कहा कि यह सरकार सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक संकटों के बीच सामने आई है और इसका सामना करेगी। हमारी सरकार ऐसी समस्याओं से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
Al-Kadhimi, who gave up the intelligence post when he became the prime minister-designate, assumes the premiership as Iraq faces unprecedented crises amid falling oil revenues that will likely prompt unpopular austerity measures, a rising daily tally of coronavirus cases, and pending US-Iraq ties.
अल-कदीमी ने कहा, "यह सरकार सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक संकटों की प्रतिक्रिया के रूप में आई है, जिसका हमारे देश सामना कर रहा है।" "यह एक ऐसी सरकार है जो समाधान प्रदान करेगी, न कि संकटों से।"