Move to Jagran APP

रूहानी बोले- बेहतर स्थिति में है परमाणु कार्यक्रम, यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं

2015 के परमाणु समझौते का पालन नहीं करने का फैसले के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि देश में यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 06:32 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 06:43 PM (IST)
रूहानी बोले- बेहतर स्थिति में है परमाणु कार्यक्रम, यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं
रूहानी बोले- बेहतर स्थिति में है परमाणु कार्यक्रम, यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं

तेहरान, पीटीआइ। अमेरिका के हवाई हमले में अपने शीर्ष जनरल की हत्या के जवाब में ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते का पालन नहीं करने का फैसले के बाद गुरुवार को ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि देश में यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं है। 2015 के समझौते की शर्तों के अनुसार ईरान को यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम रोकना था।

loksabha election banner

बैंकों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए रूहानी ने कहा कि दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ परमाणु समझौते के मुकाबले हमारा परमाणु कार्यक्रम बेहतर स्थिति में है।

ट्रंप ने 2018 में रद किया था परमाणु समझौता

अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 2018 में परमाणु समझौते को रद कर दिया था। क्योंकि वो ईरान से नया समझौता करना चाहते हैं जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर अनिश्चितकालीन रोक लगाएगा। तब से अमेरिका ने ईरान की अर्थव्यवस्था पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।

परमाणु गतिविधियों को सीमित करने की अनुमति

बता दें कि 2015 के समझौते के तहत ईरान ने परमाणु गतिविधियों को सीमित करने और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को आने की अनुमति दी थी। इसके बदले में ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को खत्म कर दिया गया था।

सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने खुद को किया अलग

गौरतलब है कि 3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने परमाणु समझौते से अपने ऐप को पूरी तरह से अलग कर लिया। ईरान ने कहा कि वह अब समझौते में लगाई गई किसी भी पाबंदी को नहीं मानेगा जिसमें यूरेनियम संवर्धन को कम करना भी शामिल है।

यूरेनियम के संवर्धन में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि

हालांकि, ईरान से अभी तक केवल अपनी परमाणु गतिविधियों में मामूली वृद्धि की है। हाल के महीनों में ईरान ने यूरेनियम के संवर्धन को 4.5 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। जो समझौते द्वारा निर्धारित 3.67 प्रतिशत की सीमा से अधिक है। परमाणु हथियार में इस्तेमाल होने के लिए यूरेनियम को 90 फीसदी तक समृद्ध किया जाना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.