रूहानी बोले- बेहतर स्थिति में है परमाणु कार्यक्रम, यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं
2015 के परमाणु समझौते का पालन नहीं करने का फैसले के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि देश में यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं है।
तेहरान, पीटीआइ। अमेरिका के हवाई हमले में अपने शीर्ष जनरल की हत्या के जवाब में ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते का पालन नहीं करने का फैसले के बाद गुरुवार को ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि देश में यूरेनियम के संवर्धन की कोई सीमा नहीं है। 2015 के समझौते की शर्तों के अनुसार ईरान को यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम रोकना था।
बैंकों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए रूहानी ने कहा कि दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ परमाणु समझौते के मुकाबले हमारा परमाणु कार्यक्रम बेहतर स्थिति में है।
ट्रंप ने 2018 में रद किया था परमाणु समझौता
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 2018 में परमाणु समझौते को रद कर दिया था। क्योंकि वो ईरान से नया समझौता करना चाहते हैं जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर अनिश्चितकालीन रोक लगाएगा। तब से अमेरिका ने ईरान की अर्थव्यवस्था पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
परमाणु गतिविधियों को सीमित करने की अनुमति
बता दें कि 2015 के समझौते के तहत ईरान ने परमाणु गतिविधियों को सीमित करने और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को आने की अनुमति दी थी। इसके बदले में ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को खत्म कर दिया गया था।
सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने खुद को किया अलग
गौरतलब है कि 3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने परमाणु समझौते से अपने ऐप को पूरी तरह से अलग कर लिया। ईरान ने कहा कि वह अब समझौते में लगाई गई किसी भी पाबंदी को नहीं मानेगा जिसमें यूरेनियम संवर्धन को कम करना भी शामिल है।
यूरेनियम के संवर्धन में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि
हालांकि, ईरान से अभी तक केवल अपनी परमाणु गतिविधियों में मामूली वृद्धि की है। हाल के महीनों में ईरान ने यूरेनियम के संवर्धन को 4.5 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। जो समझौते द्वारा निर्धारित 3.67 प्रतिशत की सीमा से अधिक है। परमाणु हथियार में इस्तेमाल होने के लिए यूरेनियम को 90 फीसदी तक समृद्ध किया जाना चाहिए।