अमेरिका के अलग होने के बाद परमाणु डील पर यूरोप, रूस और चीन से बात करेगा ईरान
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा, मैं ट्रंप के फैसले पर यूरोप, रूस और चीन से बात करूंगा।
इंस्ताबुल (एजेंसी)। आखिरकार अमेरिका पर चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ और वो दिन आ ही गया जब अमेरिका ने ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया है। हालांकि अमेरिका के इस फैसले से ईरान बौखलाया हुआ है, उसने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वह इस मसले पर यूरोप, रूस और चीन से बात करेगा।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा, 'मैंने ईरान परमाणु ऊर्जा संगठन को भविष्य के लिए जरूरी उपाय करने के निर्देश दिये हैं। जरूरी हुआ तो ईरान अगले हफ्ते से ही पहले से भी ज्यादा यूरेनियम संवर्धन करेगा। मैं ट्रंप के फैसले पर यूरोप, रूस और चीन से बात करूंगा।' रूहानी ने कहा, 'हम परमाणु समझौते से जो चाहते हैं वो हम प्राप्त कर सकते हैं, ऐसी स्थिति में समझौता बना रहेगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन को आदेश दिया गया है कि ईरान असीमित यूरेनियम संवर्धन तैयार करेगा।
ईरानी नेताओं ने मंगलवार को कहा कि देश संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी भी नये प्रतिबंध या खतरों से निपटने के लिए एकजुट है। इस बीच कुछ नेताओं ने सरकार से आग्रह किया है कि वे समझौते को बचाने के लिए यूरोप के साथ मिलकर काम करना जारी रखें। वही, ईरान की संसद के डिप्टी स्पीकर अली मोटाहारी ने कहा, 'अगर यूरोपीय हमें पर्याप्त गारंटी देने के इच्छुक हैं, तो इस सौदे से जुड़े रहना कुछ समझ आता है।' मोटाहारी ने कहा कि ईरान को यह देखने के लिए कई महीनों का इंतजार करना चाहिए कि यूरोप ईरानी अर्थव्यवस्था से वंचित होने के लिए अमेरिकी दबाव का विरोध करने की योजना बना रहा है, जहां यूरोपीय कंपनियों ने ऑटो विनिर्माण से लेकर तेल अन्वेषण और पर्यटन तक के क्षेत्रों में निवेश किया है। उन्होंने कहा कि यदि यूरोप सफल होता है, तो यह ईरान की जीत होगी क्योंकि इससे संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के बीच एक अंतर पैदा होगा।