Move to Jagran APP

करीब पांच साल बाद हुई ईरान-सऊदी वार्ता, सकारात्मक परिणाम की उम्मीद

करीब पांच साल बाद दुनिया के दो दुश्मन देश ईरान और सऊदी अरब के बीच इराक में वार्ता हुई जिसके बाद सकारात्मक परिणामों की उम्मीद जताई गई है। यह वार्ता इराक के प्रधानमंत्री के प्रयासों का परिणाम है।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 12:08 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 12:08 PM (IST)
करीब पांच साल बाद हुई ईरान-सऊदी वार्ता, सकारात्मक परिणाम की उम्मीद
करीब पांच साल बाद हुई ईरान-सऊदी वार्ता

 बगदाद, एपी। सऊदी अरब (Saudi Arabia) और ईरान (Iran) के बीच सालों बाद पहली बार सीधी वार्ता हुई। दुनिया के दो क्षेत्रीय दुश्मन देशों सऊदी अरब और ईरान के वरिष्‍ठ अधिकारियों के बीच करीब 5 साल बाद हुई इस वार्ता के बारे में बताया जा रहा है कि इराक की राजधानी बगदाद में हुई इस बैठक में दोनों देशों के बीच खराब संबंधों को फिर से सुधारने को लेकर बातचीत हुई। बता दें कि पश्चिम एशिया के इन दो बेहद अहम देशों ने करीब 5 साल पहले अपने राजनयिक रिश्‍ते तोड़ लिए थे। इस वार्ता के लिए इराक के प्रधानमंत्री द्वारा राह बनाई गई थी।

loksabha election banner

गोपनीय रखी गई थी वार्ता

दोनों ही देश तेजी से संबंध सामान्य कर रहे हैं। अब मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे इराक ने कहा है कि पहले दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन परिणाम आने की जल्दबाजी नहीं की जा सकती है। बगदाद में इराक के प्रधानमंत्री के प्रयासों से सऊदी अरब और ईरान के बीच इस माह पहले दौर की वार्ता हो चुकी है। वार्ता को पूरी तरह गोपनीय रखा गया था। बाद में मीडिया में खबरें आने के बाद अब इराक ने कहा है कि पहले दौर की वार्ता सकारात्मक रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इस क्षेत्र में वार्ता के दरवाजे खोलकर परमाणु समझौते की राह आसान करना चाहते हैं। इसके साथ ही सऊदी अरब ने भी इस क्षेत्र में राजनीतिक बदलाव के बीच यमन में संघर्ष की स्थितियों को समाप्त करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

पश्चिम एशिया में तनाव को घटाना चाहते हैं बाइडन

सऊदी अरब और ईरान के बीच यह बातचीत ऐसे समय पर हुई है जब बाइडन ईरान के साथ परमाणु समझौते को लेकर फिर से बातचीत शुरू करना चाहते हैं। उनकी कोशिश पश्चिम एशिया में तनाव को घटाना है। सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के बीच इस बातचीत को इराक के प्रधानमंत्री मुस्‍तफा अल काधेमी  की ओर से बढ़ावा दिया गया है। ईरान के बगदाद में राजदूत इराज मसजीदी की ओर से इराक में सऊदी और ईरान के बीच हुई वार्ता की पुष्टि की गई। उन्होंने अपने बयान में कहा कि सऊदी अरब से सामान्य संबंध करने के लिए इराक की मध्यस्थता स्वागत योग्य है।

 ईरान यमन में हाउती विद्रोहियों को समर्थन दे रहा है। पिछले कुछ समय से सऊदी अरब के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाउती विद्रोहियों के हमले में भी तेजी आई है। इराक के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मुस्तफा अल काधेमी की सऊदी यात्रा के बाद ही दोनों देशों के बीच संबंधों में तेजी आई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.