ईरान समर्थित हिज्बुल्ला ने दी बदला लेने की धमकी, इजराइली PM नेतन्याहू ने छोड़ी विदेश यात्रा
ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद लेबनान के ईरान समर्थित संगठन हिज्बुल्ला ने सुलेमानी की मौत का बदला लेने की धमकी दी है जिसको देख इजराइल सतर्क हो गया है।
येरूशलम, एएफपी/पीटीआइ। अमेरिकी एयर स्ट्राइक में शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है। लेबनान के ईरान समर्थित संगठन हिज्बुल्ला ने सुलेमानी की मौत का बदला लेने की धमकी दी है। खतरनाक संगठन हिज्बुल्ला की धमकी को देखते हुए इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू यूनान की यात्रा बीच में ही छोड़ दी है। नेतन्याहू स्वदेश वापसी कर चुके हैं। इस घटनाक्रम से यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी ने नेतन्याहू के कार्यालय के एक सूत्र के हवाले से बताया है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu) स्वदेश वापसी कर रहे हैं। हिज्बुल्ला के प्रमुख हसन नसरुल्ला (Hezbollah chief Hassan Nasrallah) ने अपने बयान में कहा कि सुलेमानी के हत्यारों (अमेरिका) को उचित सजा देना, सभी लड़ाकों (अमेरिका विरोधी लड़ाकों) का कर्तव्य और जिम्मेदारी है। इस धमकी की संजीदगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इजराइली सेना ने लेबनान और सीरियाई सीमा से लगे गोलन हाइट्स में एक स्की रिजॉर्ट को बंद कर दिया है।
इजराइली सेना के प्रवक्ता की मानें तो आने वालों की सुरक्षा के मद्देनजर माउंट हर्मन को बंद करने का फैसला लिया गया है। वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के कदम को सही ठहराते हुए कहा है कि जिस तरह इजराइल को अपनी आत्मरक्षा का अधिकार है उसी तरह अमेरिका को भी सेल्फ डिफेंस का अधिकार है। यही नहीं नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की इस हमले के लिए सराहना की है। मालूम हो कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा कि क्षेत्र के बाकी मुल्कों और संगठनों से अमेरिका से बदला लेने का आह्वान किया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के शक्तिशाली कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले में ईरान के हशद अल-शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख और कुछ अन्य ईरान समर्थित स्थानीय मिलिशिया भी मारे गए थे। 62 वर्षीय जनरल सुलेमानी को ईरान के शीर्ष धार्मिक नेता अयातुल्लाह खामेनेयी के बाद ईरान का सबसे ताकतवर शख्सियत माना जाता था। सुलेमानी को ईरान के नायक के तौर पर सराहा और माना जाता था।