विदेश में काम के दौरान गंवाएं हाथ-पैर, भारतीय दूतावास की मदद से मिला मुआवजा
पंजाब से ताल्लुक रखने वाले गुरबिंदर को काम के दौरान चोट लगने से हाथ-पैर गंवाने पड़े।
दुबई (प्रेट्र)। संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद हाथ और पैर गंवाने वाले गुरबिंदर सिंह को 2,02,000 दिरहम (करीब 38 लाख रुपये) का मुआवजा मिला। गुरबिंदर पंजाब से ताल्लुक रखते हैं। वह अबु धाबी की एक निजी कंपनी में क्रेन चालक के रूप में काम करते थे। काम के दौरान उनके घुटने में चोट लग गई थी। चोट की वजह से उनके हाथ-पैर में संक्रमण फैल गया था, जिसके बाद उनके दोनों हाथ और पैर काटने पड़े थे। खलीज टाइम्स के मुताबिक, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया और सिर्फ 5,750 रुपये मुआवजे के रूप में दिए।
अखबार के मुताबिक, जब इस बात की जानकारी भारतीय दूतावस को मिली तो उन्होंने मामले में हस्तक्षेप किया। भारतीय दूतावास ने सिंह के नियोक्ता से बात की। दूतावास के अधिकारी लगातार सिंह और नियोक्ता के संपर्क में बने रहें। आखिर में नियोक्ता ने अंतिम निपटारे के लिए करीब 38 लाख रुपये की राशि दी। संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत नवदीप सुरी ने बताया कि समय पर दूतावास के हस्तक्षेप की वजह से परिवार को मदद मिल गई।