सऊदी अरब के मस्जिद में पढ़ी गई शुक्रवार की नमाज, दो माह से लगी थी रोक
कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में लॉकडाउन लगाया गया था लेकिन अब इसमें ढील दी जा रही है।
रियाध, आइएएनएस। दो माह से भी अधिक समय बाद सऊदी अरब में दोबारा शुक्रवार की नमाज पढ़ी गई। मदीना स्थित मस्जिद में शुक्रवार को करीब एक लाख लोग नमाज के लिए जमा हुए। इस बात की जानकारी पवित्र स्थलों के मामलों को देखने वाले देश के इंचार्ज ने ट्वीट कर दी। उल्लेखनीय है कि ईद के दौरान भी मस्जिदों में सामूहिक तौर पर जमा होने को लेकर प्रतिबंध लगा रहा। 31 मई को यहां के सभी मस्जिदों को खोला गया और श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी गई।
अब्दुलमजीद अल मोहासेन ने एक नोटिस जारी कर लोगों को रियाध की सबसे बड़ी राजी मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी है। उन्होंने कहा, 'यह अल्लाह की दया है जिसे महसूस करके बहुत अच्छा लग रहा है और एक बार फिर लोग अपने घरों के बजाय मस्जिदों में नमाज पढ़ सकते हैं।'
हालांकि जेद्दा सिटी में एक बार फिर मस्जिदों में नमाज पर रोक लगा दी गई। वहीं मक्का के मस्जिदों को भी नहीं खोला गया है। सऊदी अरब सरकार धीमी गति से जनजीवन को पहले की तरह सामान्य बनाने में जुट गई है। शुक्रवार को श्रद्धालु महामारी के कारण संकट के हालात में भी देश भर के मस्जिदों में पहुंचे। सभी ने एहतियातन मास्क आदि लगाया हुआ था और शारीरिक दूरी भी बरकरार थी। इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने इस बात पर सहमति जताई कि सऊदी अरब के विभिन्न हिस्सों में करीब 4,000 अतिरिक्त मस्जिदों को शुक्रवार की नमाज के लिए खोला जाएगा ताकि भीड़भाड़ से बचा जा सके।
मस्जिदों को खोलने के बाद यहां नए नियमों को लागू किया गया है। इसके तहत नमाज पढ़ते वक्त लोगों के बीच दो मीटर की दूरी रखनी है। हर वक्त मास्क लगाए रखना है साथ ही हाथ मिलना या गले मिलने से परहेज रखना अनिवार्य है। इसके अलावा पंद्रह साल से कम उम्र के बच्चों को मस्जिद में आने की अनुमति नहीं है। वृद्ध और बीमार लोगों को घर में ही नमाज पढ़ने निर्देश दिया गया है।