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खाड़ी में फिलहाल छंटे युद्ध के बादल, अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद खाड़ी में भले ही युद्ध के बादल छंट गए हों लेकिन अमेरिका और ईरान के बीच फिलहाल तनावपूर्ण शांति है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 09:16 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 09:16 PM (IST)
खाड़ी में फिलहाल छंटे युद्ध के बादल, अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी
खाड़ी में फिलहाल छंटे युद्ध के बादल, अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी

तेहरान, एपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद खाड़ी में भले ही युद्ध के बादल छंट गए हों, लेकिन अमेरिका और ईरान के बीच फिलहाल तनावपूर्ण शांति है। इसके बावजूद ईरान की तरफ से जुबानी जंग जारी है।

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ईरान ने अमेरिकी ठिकानों पर हमला नहीं करने का संदेश दिया

अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने गुरुवार को सीबीएस न्यूज को बताया कि अमेरिका को यह खुफिया जानकारी मिली है कि ईरान ने अपने सहयोगी लड़ाकों को अमेरिकी ठिकानों पर हमला नहीं करने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह उत्साहजनक जानकारी है। वह उम्मीद करते हैं कि इस संदेश की गूंज जारी रहेगी।

हसन रुहानी ने ब्रिटेन के पीएम से बात की

ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने गुरुवार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका ने एक और गलती की तो उसका जवाब बेहद घातक होगा। उन्होंने कहा कि सैन्य बेस पर हुआ हमला यूएन चार्टर के तहत आत्मरक्षा में किया गया था। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ईरान संयुक्त राष्ट्र के इंस्पेक्टरों के साथ सहयोग जारी रखेगा। रुहानी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से भी बात की और उनसे सुलेमानी की हत्या की निंदा करने की अपील की। वहीं, ब्रिटेन ने स्पष्ट किया कि वह परमाणु समझौते के समर्थन में है और ईरान से उन शर्तों को पूरा करने का आग्रह करता है।

भविष्य में अपने दुश्मनों से और बड़ा बदला लेंगे

वहीं ईरानी समाचार एजेंसी तस्नीम के अनुसार ईरानी सेना के वरिष्ठ कमांडर और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के सदस्य अब्दोल्ला अराघी ने कहा कि ईरान के रेव्यूल्यूशनरी गार्ड निकट भविष्य में अपने दुश्मनों से और बड़ा बदला लेंगे। इसके अलावा, कार्यकारी कमांडर जनरल अली फदवी ने कहा कि मिसाइलों से हमला हमारे कई विकल्पों में से एक था।

13 मिसाइलों का इस्तेमाल अमेरिकी सैन्य बलों ने किया

ईरानी सेना के ब्रिगेडियर जनरल आमिर अली हाजीजादे ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर बताया कि इराक स्थित सैन्य बेस पर उसकी सेना की लांच की 13 मिसाइलों का इस्तेमाल अमेरिकी सैन्य बलों ने किया है। लेकिन हम सैंकड़ों मिसाइलें दागने के लिए तैयार थे। उन्होंने यह भी बताया कि इराक में अमेरिकी सेना की निगरानी सेवाओं पर हमारी सेनाओं ने लगातार साइबर हमले भी किए हैं। उन्होंने कहा कि दर्जनों अमेरिकी सैनिक हताहत हुए लेकिन हमारे अभियान का मकसद उनकी हत्या के बजाय दुश्मन की सैन्य मशीनों को नष्ट करना था। जबकि विगत दिवस ही अमेरिका किसी भी सैनिक के हताहत नहीं होने की घोषणा कर चुका है। ट्रंप ने कहा था कि ईरान को कभी भी परमाणु हथियार सम्पन्न होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

ईरान के हमले में कोई अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं

उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते अमेरिका के ईरान के सबसे बड़े सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को मिसाइल दाग कर मारने के बाद ईरान ने जवाबी हमले में इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य बेस पर दो दर्जन मिसाइलों से हमला किया था, लेकिन बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले में किसी भी अमेरिकी सैनिक के हताहत नहीं होने की बात कही थी।


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