पूर्व ईरानी राष्ट्रपति अहमदीनेजाद ने बहाई सियासत की उल्टी गंगा, क्राउन प्रिंस की तारीफ में पढ़े कसीदे
सऊदी अरब और ईरान के नेताओं के बीच कभी भी बेहतर संबंध नहीं रहे हैं लेकिन पूर्व ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने क्राउन प्रिंस की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं।
वाशिंगटन [द न्यूयॉर्क टाइम्स]। ईरान, इजरायल और सऊदी अरब के रिश्तों को जानने वाले लोगों को हैरान कर देने वाले एक घटनाक्रम में एक पूर्व ईरानी राष्ट्रपति ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस को पत्र लिखा है। यह पत्र अपने आम में अनोखा भी है क्योंकि कभी इजरायल को दुनिया के नक्शे से खत्म कर देने की बात करने वाले पूर्व राष्ट्रपति ने इसमें अमन चैन की बात की है।
एक तरफा संवाद किया
गौर करने वाली बात यह भी है कि खाड़ी के ये दोनों देश इजरायल के साथ ही साथ एक-दूसरे के भी कट्टर दुश्मन हैं। लेकिन यमन युद्ध को खत्म कराने के लिए ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने सऊदी अरब को साथ लाने के लिए यह एक तरफा संवाद किया है। सऊदी अरब की तरफ से अभी इस पत्र पर कोई जवाब नहीं दिया गया है।
कभी नहीं रहे बेहतर संबंध
सऊदी अरब और ईरान के नेताओं के बीच कभी भी बेहतर संबंध नहीं रहे हैं। उनके बीच संवाद भी नहीं होता है। ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अल खामनेई समेत शीष नेतृत्व सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस को निरंकुश, क्रूर और अपरिपक्व मानता है। वहीं, सऊदी प्रिंस खामनेई की तुलना हिटलर से करते हैं और ईरान के साथ किसी भी तरह की बातचीत को फिजूल बताते हैं।
हैरान करती है यह पहल
इस लिहाज से अहमदीनेजाद का सलमान को पत्र हैरान करता है। उन्होंने सलमान की जमकर सराहना भी की है। अहमदीनेजाद के दफ्तर द्वारा इस पत्र की कॉपी न्यूयॉर्क टाइम्स को उपलब्ध कराई गई है। जुलाई में लिखे पत्र में पूर्व ईरानी राष्ट्रपति ने सलमान को अमनचैन की चाह रहने वाला व्यक्ति बताया है। उन्होंने कहा कि सलमान को क्षेत्र में शांति स्थापना के लिए आगे बढ़कर पहल करनी चाहिए।
खुद को बताया भाई
पांच साल से चल रहे यमन युद्ध में क्राउन प्रिंस की भूमिका का पत्र में जिक्र तक नहीं है। पत्र के अंत में पूर्व ईरानी राष्ट्रपति ने 'आपका भाई महमूद अहमदीनेजाद' लिखा है। सनद रहे कि यमन में अमन की चाह करने वाले अहमदीनेजाद वही नेता हैं, जिनके 2009 में दोबारा ईरान के राष्ट्रपति चुने पर धांधली का आरोप लगा था और भारी विद्रोह हुआ था। विद्रोह को दबाने के लिए अमहदीनेजाद ने जमकर बलप्रयोग किया था, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी और हजारों लोगों को जेल में बंद कर दिया गया था।