Coronavirus: जापान में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर आपातस्थिति घोषित
एबी ने स्पष्ट किया कि देश में आपातस्थिति लगाई गई है और कुछ पाबंदियां भी लगाई जाएंगी लेकिन वे वैसी नहीं होंगी जैसी अन्य देशों में लगाई गई हैं।
टोक्यो, एएफपी। जापान में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने आपातस्थिति की घोषणा कर दी। साथ ही अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर (76 लाख करोड़ रुपये) के प्रोत्साहन पैकेज का एलान किया। जापान में इस समय 3,650 कोरोना मरीज हैं, जो तमाम देशों की तुलना में बहुत कम हैं। जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है।
कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर आपातस्थिति- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री एबी के अनुसार आपातस्थिति का प्रभाव मंगलवार से देखने को मिलेगा। ऐसा राजधानी टोक्यो समेत देश के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर किया गया। जापान में कुछ हफ्ते पहले करीब दो हजार मरीज सामने आए थे, लेकिन इसके बाद उनकी संख्या में बढ़ोतरी कम हो गई और माना गया कि देश में महामारी नियंत्रित हो गई है।
जब उपाय कारगर साबित नहीं हुए तो राष्ट्रीय आपातस्थिति घोषित कर लिया सख्त फैसला- एबी
कुछ दिन पहले उसने फिर से सिर उठा लिया। नियंत्रण के कुछ उपाय लागू किए गए, लेकिन जब वे कारगर साबित नहीं हुए तो अब राष्ट्रीय आपातस्थिति घोषित कर सरकार ने ज्यादा सख्ती का फैसला किया है। इस स्थिति में लॉकडाउन कर लोगों को घर पर रखा जा सकेगा, कारोबार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे जा सकेंगे और यातायात को नियंत्रित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा- आपातस्थिति एक महीने के लिए लागू की गई
इस दौरान भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाएगी और निजी इमारतों को भी चिकित्सकीय कार्यो के लिए लिया जा सकेगा। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड भी लगाया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, यह व्यवस्था फिलहाल एक महीने के लिए लागू की गई है। इसमें हम सभी देशवासियों का सहयोग चाहते हैं।
आपातस्थिति से देश में जनजीवन पूरी तरह से ठप नहीं होगा
एबी ने स्पष्ट किया कि देश में आपातस्थिति लगाई गई है और कुछ पाबंदियां भी लगाई जाएंगी, लेकिन वे वैसी नहीं होंगी जैसी अन्य देशों में लगाई गई हैं जिनसे जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है।