जापानी पर्वतारोही की मौत, अंगुलियां गवाने के बाद भी नहीं मानी थी हार
भीषण ठंड के चलते पिछले सात असफल प्रयासों में नोबुकाजु अपनी नौ अंगुलियां पहले ही गवां चुके थे।
काठमांडू (एजेंसी)। दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के अपने आठवें प्रयास में जापानी पर्वतारोही नोबुकाजु कुरिकी की मौत हो गई। भीषण ठंड के चलते पिछले सात असफल प्रयासों में नोबुकाजु अपनी नौ अंगुलियां पहले ही गवां चुके थे। एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान इस सत्र की यह दूसरी मौत है।
नेपाल पर्यटन विभाग के अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने सोमवार को कहा, '36 वषर्षीय नोबुकाजु 7400 मीटर ऊंचाई पर बने एवरेस्ट शिविर के अपने टेंट में मृत पाए गए। संचार सेवाएं सही से काम नहीं करने के कारण नोबुकाजु की मौत के विषय में अभी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।' नोबुकाजु ने पहले भी एवरेस्ट पर चढ़ने के कई प्रयास किए थे। लेकिन उन्हें किसी में भी सफलता नहीं मिली।
2012 में वह 8230 मीटर की ऊंचाई पर दो दिनों तक बर्फ के एक खड्डे में फंस गए थे, जहां तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे था। इसकी वजह से उनकी अंगुलियां गल गई थीं, जिन्हें बाद में काटना पड़ा था। मेसेडोनिया के 63 वषर्षीय पर्वतारोही जॉर्जी पेटकोव की भी रविवार को चढ़ाई के दौरान मौत हो गई। नेपाल ने इस वर्ष 340 विदेशी पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ाई की अनुमति दी है।