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भूकंप से थर्राया इंडोनेशिया, कई इमारतों को कराया गया खाली

इंडोनेशिया में 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटकों से दहशत फैली। कई इमारतों को खाली कराया गया, जान-माल के नुकसान की खबर नहीं।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Tue, 23 Jan 2018 01:40 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jan 2018 02:26 PM (IST)
भूकंप से थर्राया इंडोनेशिया, कई इमारतों को कराया गया खाली
भूकंप से थर्राया इंडोनेशिया, कई इमारतों को कराया गया खाली

जर्काता (एएफपी)। इंडोनेशिया की राजधानी जर्काता में आज तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। मजबूत भूकंप ने कई इमारतों को खाली करने के लिए मजबूर कर दिया। सरकारी एजेंसी के मुताबिक, भूकंप के कारण सुनामी के खतरे की कोई चेतावनी नहीं है और न ही जाल-माल के नुकसान की कोई सूचना है। संयुक्त राज्य भूगर्भीय सर्वेक्षण ने कहा कि 6.0 तीव्रता वाला भूकंप का केंद्र जमीन से 43 किलोमीटर नीचे मापा गया है।

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इंडोनेशिया के जावा आइसलैंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जिससे लोगों में दहश्‍ात फैल गई और लोग घरों से बाहर सड़क पर निकल आए. बीएमकेजी के मुताबिक भूकंप का प्रमुख केंद्र दक्षिण-पश्चिमी जकार्ता बताया गया है. वहीं रिक्‍टर स्‍केल पर भकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई है. हालांकि भूकंप से अभी किसी जनहानि या किसी नुकसान की सूचना नहीं मिली है. हालांकि लोगों का कहना है कि भूकंप के झटके इतने तीव्र थे, कि लोगों भयभीत हो उठे।

हालांकि अमेरिकी रिपोर्ट के विपरीत इंडोनेशियाई मौसम विज्ञान, जलवायु-विज्ञान और भू- भौतिकी एजेंसी की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई है, जो जमीन से 10 किलोमीटर नीचे रहा। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र महासागर तट से 130 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में था।

बता दें कि इंडोनेशिया प्रशांत "आग की रिंग" पर स्थित हैं, जहां टेक्टोनिक प्लेट टकराती हैं, जिससे लगातार भूकंप और ज्वालामुखी जैसी गतिविधि बनी रहती है। दिसंबर के मध्य में जावा द्वीप पर तटीय शहर सिपातुजा के बाहर 6.5 तीव्रता के भूकंप में कम से कम तीन लोग मारे गए थे। घनी आबादी वाले द्वीप में भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसने सैकड़ों घरों और कई इमारतों को नुकसान पहुंचाया। दिसंबर 2016 में इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत आचेह में आए भूकंप में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई अन्य घायल हो गए और हजारों लोग बेघर हो गए। वहीं, साल 2004 में 9.3 तीव्रता वाले भूकंप के कारण आचेह प्रांत में विनाशकारी सुनामी ने लोगों को बुरी तरह से प्रभावित किया था। 9.3 तीव्रता वाले भूकंप की वजह से साल 2004 में सुशामा द्वीप के क्षेत्र को विनाशकारी सुनामी ने बुरी तरह से प्रभावित किया था।

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