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मुस्लिम फ्लाइट अटेंडेंट को ढकना होगा हिजाब से सिर, विमानन कंपनियां हुईं तैयार!

इंडोनेशिया में महिलाओं पर इस्‍लामिक कानून थोपे जा रहे हैं, वहीं अपनी रूढ़ीवादी सोच को पीछे छोड़कर सऊदी अरब बदलाव की सोच लेकर आगे बढ़ रहा है।

By Tilak RajEdited By: Published: Wed, 31 Jan 2018 03:43 PM (IST)Updated: Thu, 01 Feb 2018 12:25 PM (IST)
मुस्लिम फ्लाइट अटेंडेंट को ढकना होगा हिजाब से सिर, विमानन कंपनियां हुईं तैयार!
मुस्लिम फ्लाइट अटेंडेंट को ढकना होगा हिजाब से सिर, विमानन कंपनियां हुईं तैयार!

बंदा आसेह, रायटर। इंडोनेशिया के आसेह प्रांत में मुस्लिम फ्लाइट अटेंडेंट को हिजाब (सिर ढकने वाला स्कार्फ) पहनने का आदेश दिया गया है। उड़ान के दौरान उन्हें इसका पालन करना होगा। आसेह इंडोनेशिया का सबसे अधिक रूढि़वादी मुस्लिम क्षेत्र है।

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अधिकारियों के आदेश में कहा गया है कि एयरलाइंस की सभी महिला स्टुअर्ट के लिए शरई कानून के मुताबिक जिबाब पहनना जरूरी है। आसेह आने और यहां से जाने वाली उड़ानों में मुस्लिम महिला कर्मचारी को ऐसा करना होगा। आसेह बेसार क्षेत्र के प्रमुख मावार्दी अली ने कहा कि गैर-मुस्लिम फ्लाइट अटेंडेंट को जिबाब पहनने की जरूरत नहीं है। क्षेत्रीय सरकार ने इंडोनेशिया की राष्ट्रीय विमानन कंपनी गरुड़ और मलेशिया की विमानन कंपनी एयर एशिया और फायरफ्लाई को इस संबंध में पत्र लिखा है।

आसेह की राजधानी बंदा आसेह के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से हर हफ्ते दर्जनों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती हैं। गरुड़ इंडोनेशिया और उसकी सस्ती विमानन कंपनी सिटीलिंक ने फैसले का समर्थन किया है और कहा है कि वह इसे लागू करेगी। मलेशिया की फायरफ्लाई ने इसे संवेदनशील मामला बताकर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।

इंडोनेशिया दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है। यहां इस्लाम धर्म को मानने वाले करीब 87 फीसद लोग हैं। आसेह रूढि़वादी मुस्लिम क्षेत्र है। आसेह मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया का एकमात्र प्रांत है जहां इस्लामिक कानून लागू है, जबकि अन्य स्थानों पर मुस्लिम धर्म का उदारवादी तरीके से पालन होता है। वहां सिर ढकने का स्कार्फ पहनना महिलाओं की मर्जी पर निर्भर होता है।

रूढ़िवादी सोच को सऊदी अरब का 'बाय'

इंडोनेशिया में महिलाओं पर इस्‍लामिक कानून थोपे जा रहे हैं, वहीं अपनी रूढ़ीवादी सोच को पीछे छोड़कर सऊदी अरब बदलाव की सोच लेकर आगे बढ़ रहा है। जहां साल 2017 सऊदी अरब की महिलाओं के लिए परिवर्तनकारी रहा, वहीं 2018 की शुरुआत भी लैंगिक समानता के साथ हुई। सऊदी अरब में पिछले दिनों पहली बार महिलाओं ने स्टेडियम में बैठकर फुटबॉल मैच का लुत्फ उठाया। जेद्दाद में दो स्थानीय टीमों के बीच फुटबॉल मैच देखने पहुंचीं महिलाओं के लिए पहली बार स्टेडियम के दरवाजे खुले। हालांकि राजा अब्दुल्ला स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में महिलाओं के बैठने के लिए अलग से ‘परिवार दीर्घा’ बनाए गए। वे 'फैमिली गेट' से स्टेडियम में दाखिल हुईं और 'फैमिली सेक्शन' में ही बैठकर मैच का मजा उठाया। महिलाएं काफी उत्साहित नजर आईं और उन्होंने जमकर सेल्फी भी ली। साथ ही अपनी पसंदीदा टीम की हौसला अफजाई भी की।


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