इंडोनेशिया में भूकंप, मरने वालों की संख्या 555 तक पहुंची
भूकंप के झटकों से इंडोनेशिया के लोमबोक द्वीप पर मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
जकार्ता (एएफपी)। इंडोनेशिया में घातक भूकंप के झटकों के कारण लोमबोक द्वीप में मरने वालों की संख्या 555 तक पहुंच गई है और करीब 1,500 लोग घायल हैं। इसके अलावा सैंकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। यह जानकारी इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को दी।
आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को लोमबोक के उत्तरी हिस्से में ज्यादा लोगों की मौतें हुई। इसके अलावा पड़ोस में स्थित सुमबावा द्वीप में भी कई लोगों की मौत हो गई। कई पीड़ितों की मौत मलबे के नीचे दबने से हो गई क्योंकि भूकंप की वजह से बड़ी संख्या में घर और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इंडोनेशिया में जनजीवन चरमरा गया है। सड़के टूट गई हैं और मलबे से भरे हुए हैं।
सहयोगी संस्थानों की ओर से भूकंप प्रभावित क्षेत्र में मदद की जा रही है। बेघरों को राहत शिविरों में ले जाया गया है। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया, ‘हमने सुदूर गांवों में सैनिकों की तैनाती कर दी है। इन गांवों में मोटरबाइक का पहुंचना काफी कठिन है।
लोमबोक द्वीप के इलाके में 5 अगस्त को 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था और इसके बाद करीब 500 से ज्यादा भूकंप के ऑफ्टर शॉक आए थे। इसमें 9 अगस्त को 5.9 तीव्रता का एक झटका भी शामिल है। बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप का खतरा बना रहता है क्योंकि यह देश 'रिंग ऑ फायर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। यह रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है। दुनिया के आधे से ज़्यादा सक्रिय ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ फायर का हिस्सा हैं।
2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा तट पर 9.4 रिक्टर स्केल वाले भूकंप के कारण आई सूनामी के कारण भारत सहित विभिन्न देशों में 2,20,000 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अकेले इंडोनेशिया में 1,68,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।