हांगकांग में चीन का नया सुरक्षा कानून आते ही लोकतंत्र समर्थकों पर बर्बरता शुरू, यूएन ने जताई चिंता
ब्रिटेन ने वर्ष 1997 में इस शर्त के साथ चीन को हांगकांग सौंपा था कि वह इसकी स्वायत्तता और नागरिक अधिकारियों को बनाए रखेगा।
हांगकांग, एजेंसियां। हांगकांग में चीन का नया कानून आते ही लोकतंत्र समर्थकों पर बर्बरता शुरू हो गई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान आजादी के नारे लगाने पर एक नागरिक पर नए सुरक्षा कानून के तहत अलगाववाद और आतंकवाद को उकसाने का आरोप लगाया गया है। वह चीनी कानून का पहला शिकार बताया जा रहा है। चीन ने अपने नियंत्रण वाले हांगकांग में गत मंगलवार को यह नया कानून लागू किया था। इस कानून के तहत बुधवार के मार्च में शामिल हुए 370 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस बीच हांगकांग की सरकार ने 'स्वतंत्र हांगकांग' के नारे को गैरकानूनी करार देते हुए कहा कि यह नारा नए कानून के तहत अलगाववाद को दर्शाता है।
हांगकांग में चीन के नए कानून को अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों ने आलोचना की है
हांगकांग की पुलिस के अनुसार, 23 वर्षीय युवक ने बुधवार को अवैध रुप से आयोजित एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। उसने मोटरसाइकिल से कई पुलिस अधिकारियों को टक्कर मार दी थी। इसमें कई घायल हो गए थे। उसे पहले खतरनाक ड्राइविंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस पर अब नए कानून के तहत आरोप लगाए गए हैं। चीन की संसद ने मंगलवार को इस विवादास्पद कानून पर अपनी मुहर लगाई थी। उसका दावा है कि इस कानून से हांगकांग के लोगों के अधिकार प्रभावित नहीं होंगे। हालांकि अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों ने इसकी आलोचना की है।
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार दफ्तर ने चीन के नए कानून को लेकर चिंता जाहिर की है। यूएन मानवाधिकार के प्रवक्ता रुपर्ट कोलविले ने कहा, 'हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अपराधों के बारे में बगैर पूरी जानकारी जुटाए नए कानून के तहत गिरफ्तारियां की जा रही हैं।'
चीन ने नियुक्त किया नया सुरक्षा अधिकारी
चीन ने हांगकांग के नए राष्ट्रीय सुरक्षा दफ्तर के निदेशक के तौर पर झेंग यानशिओंग को नियुक्त किया है। वह चीन के गुआंग्डोंग प्रांत में कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के तौर पर काम कर चुके हैं। इस दफ्तर की स्थापना चीन के नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत की गई है।
ब्रिटेन ने दी राजनीतिक शरण
ब्रिटेन ने हांगकांग स्थित अपने वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी को राजनीतिक शरण दी है। हांगकांग से यह पहली शरण मानी जा रही है। सिमोन चेंग ने बताया कि उसके सफल आवेदन से दूसरे लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता प्रोत्साहित होंगे। ब्रिटेन ने वर्ष 1997 में इस शर्त के साथ चीन को हांगकांग सौंपा था कि वह इसकी स्वायत्तता और नागरिक अधिकारियों को बनाए रखेगा।
लोकतंत्र कार्यकर्ता नाथन ला ने हांगकांग छोड़ा
हांगकांग के जानेमाने लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता नाथन ला ने शहर छोड़ किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पेज के जरिये यह जानकारी दी है। नाथन ने बताया कि उन्होंने हांगकांग मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने के लिए यह कदम उठाया है।