चीन-अमेरिका के बीच आज होगी उच्चस्तरीय वार्ता, ट्रेड वॉर और सैन्य टकराव होंगे अहम मुद्दे
चीन-अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। देशों ने एक-दूसरे के अरबों डॉलर के निर्यात पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है।
बीजिंग, पीटीआइ। अमेरिका और चीन के 'ट्रेड वॉर' के बाद अब सैन्य तनाव भी बढ़ता जा रहा है। लेकिन अब दोनों देशों ने इसे कम करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इन्हीं प्रयासों के मद्देनजर आज चीन और अमेरिका के बीच एक उच्चस्तरीय वार्ता होने जा रही है। विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक मोर्चे पर चल रहे टकराव को खत्म करने के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो चीन के शीर्ष नेताओं और अधिकारियों के साथ आज बातचीत करेंगे।
चीन और अमेरिका के बीच चल रहा 'ट्रेड वॉर' पिछले कुछ समय से पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। देशों ने एक-दूसरे के अरबों डॉलर के निर्यात पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है। इससे दोनों देशों में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने पोम्पियो की यात्रा की घोषणा करते हुए पिछले सप्ताह कहा था कि चीन और अमेरिका आपस के अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों पर विचार-विमर्श करेंगे।
बता दें कि इससे पहले मई के महीने में भी दोनों देशों के बीच निर्यात पर अतिरिक्त शुल्क के मुद्दे पर बातचीत हुई थी, लेकिन कोई सफलता हाथ लगती नजर नहीं आई थी। चीन के साथ कारोबार में अमेरिका का व्यापार घाटा करीब 500 अरब डॉलर का है। तब ट्रम्प प्रशासन ने व्यापार घाटे में 200 अरब अमेरिकी डॉलर की कटौती की मांग की थी।
इसके अलावा अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस को भी चीन यात्रा करनी थी, लेकिन इस यात्रा को रद कर दिया गया है। बता दें कि यात्रा के रद होने की खबर अमेरिका द्वारा चीन पर आरोप लगाने के बाद आई। अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया था कि जब अमेरिकी युद्धपोत दक्षिण चीन सागर के नजदीक एक द्वीप से गुजर रहा था तो चीनी पोत असुरक्षित और गलत तरीके से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था. माना जा रहा है कि पोम्पियो की यात्रा से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद मिल सकती है।
उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका और चीन के बीच आज होने वाली उच्चस्तरीय वार्ता के कुछ सुखद परिणाम सामने आएंगे। दरअसल, चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर का भारत समेत कई देशों पर प्रभाव पड़ रहा है।