कई तरह के वायरस को खत्म करने में लाभकारी है हल्दी, अध्ययन में हुई पुष्टि
शोधकर्ताओं ने पाया है कि आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले इस मसाले में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक यौगिक कुछ वायरस को खत्म करने में मदद कर सकता है।
बीजिंग, आईएएनएस। हल्दी बड़ी ही गुणकारी होती है। चाहें बुखार हो या खांसी मां तुरंत ही हल्दी का दूध पिने के लिए बोलती है। कई भारतीय तो इसे तरल रामबाण औषधि मानते हैं। पश्चिमी देशों ने पिछले दशक में ही हल्दी को खोजा और इसे 'सुपरफ़ूड' बनाने में देर नहीं की। भारतीय भोजन के Aficionados को हल्दी के औषधीय गुणों के बारे में पहले से ही पता है।
अब शोधकर्ताओं ने पाया है कि आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले इस मसाले में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक यौगिक कुछ वायरस को खत्म करने में मदद कर सकता है। हल्दी में मौजूद इस यौगिक को "करक्यूमिन" कहा जाता है, इससे ट्रांसमीसबल गैस्ट्रोएंटेराइटिस वायरस (टीजीईवी) को रोका जा सकता है। जो सूअरों को संक्रमित करता है। जनरल वायरोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है।
उच्च मात्रा में, यौगिक वायरस कणों को मारने के लिए भी पाया गया था। TGEV के साथ संक्रमण के कारण पिगलेट्स में संक्रामक गैस्ट्रोएंटेराइटिस नामक बीमारी होती है, जो दस्त, गंभीर निर्जलीकरण और मृत्यु की विशेषता है। TGEV अत्यधिक संक्रामक है और दो से कम उम्र के पिगलेट में बेहद घातक है। सप्ताह, इस प्रकार वैश्विक स्वाइन उद्योग के लिए एक बड़ा खतरा है। वर्तमान में अल्फा-कोरोनाविरस के लिए कोई अनुमोदित उपचार नहीं हैं और हालांकि टीजीईवी के लिए एक टीका है, यह वायरस के प्रसार को रोकने में प्रभावी नहीं है।