TikTok ने अमेरिका में हटाए 3 लाख से अधिक वीडियोज, बताया- 'हेट स्पीच पॉलिसी' उल्लंघन का मामला
चीन की बाइट डांस कंपनी के वीडियो एप प्लेटफार्म टिक टॉक ने इस साल अमेरिका में 3 लाख 80 हजार वीडियोज को हटा दिया था और कहा कि ये सभी हेट स्पीच पॉलिसी उल्लंघन के दायरे में थे।
बीजिंग, रॉयटर्स। अमेरिका में चीनी एप टिक टॉक ने इस साल 3 लाख 80 हजार से अधिक वीडियोज पर रोक लगा दी। TikTok ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इसने नस्लीय शोषण वाले कंटेंट की पहचान की और उसके खिलाफ कार्रवाई की है। एप ने आगे बताया कि नस्लवाद से जुड़े कंटेंट व गतिविधियों के खिलाफ इसकी जीरो टॉलरेंस नीति है। चीन की बाइट डांस (ByteDance) कंपनी ने बताया कि इसने घृणा फैलाने वाले कंटेंट की पोस्टिंग के लिए 1300 से अधिक अकाउंटों पर रोक लगा दी।
टिक टॉक एप टीनएजर्स के बीच काफी पॉपुलर हो गया था। यह एप डांस व लिप सिंकिंग के लिए मशहूर है। इसके अलावा इस प्लेटफार्म के जरिए ढेर सारे चैलेंजेस भी वायरल हुए। उल्लेखनीय है कि हाल में ही अमेरिका ने चीन की एप टिक टॉक पर बीजिंग की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से जासूसी का जरिया बताते हुए देश में रोक लगा दी।
इसके अलावा इस तरह के संगठित अपराधी समूह के लिए जीरो टोलरेंस पॉलिसी और दासता जैसे कंटेट पर भी पाबंदी लगा दी है। इस महीने की शुरुआत में एंटी डिफैमेशन लीग द्वारा की गई समीक्षा में कहा गया कि इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल सफेद वर्चस्ववादी और यहूदियों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए किया जाता है। अपने कंटेट के कारण टिक टॉक एप स्क्रूटनी के तहत काम कर रही है।
पिछले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइटडांस को आदेश दिए थे कि वो 90 दिनों के अंदर टिकटॉक के अमेरिकी संचालन को वापस ले ले। अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता जताई थी कि टिकटॉक में सुरक्षित डाटा के जरिए यूजर की सूचना चीन की सरकार तक पहुंचाई जा सकती है। इसके जवाब में टिक टॉक ने सफाई दी थी कि कंपनी ने कभी भी किसी यूजर का पर्सनल डाटा चीन को नहीं दिया है और चीन यदि ऐसी कोई मांग करता भी है तो यह नहीं किया जाएगा।