ग्राउंड रिपोर्ट करने गया था पत्रकारों का दल, ड्राइवर को हुआ कोरोनावायरस, घर में कैद हुए सभी
कोरोनावायरस की ग्राउंड रिपोर्ट करने के लिए पत्रकारों का एक दल चीन गया था। जिस बस से इन पत्रकाको को उन जगहों पर जाना था उसके ड्राइवर को ही कोरोनावायरस हो गया।
बीजिंग। चीन में कोरोनावायरस से हर तबके के लोग परेशान है। कोरोनावायरस से संक्रमित होने की वजह से बड़े पैमाने पर काम धंधे भी बंद हो गए हैं। सड़कें अभी भी खाली पड़ी है। इस बीच खबर आई है कि देश दुनिया की मीडिया के पत्रकार वहां कवरेज के लिए पहुंच रहे हैं, वो ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट करना चाह रहे हैं। इसी सिलसिले में रविवार को जापान के क्योदो न्यूज के 10 जापानी पत्रकार और प्रधानमंत्री कार्यालय का एक संवाददाता वहां पहुंचा था। इन सभी को एक छोटी बस से एक जगह पर पहुंचाया गया था।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इन सभी पत्रकारों के लिए एक बस बुक गई थी इन सभी को इसी बस से कवरेज के लिए जाना था। मगर बस को चलाने वाले ड्राइवर को कोरोनावायरस हो गया। अब आलम ये है कि ये सभी पत्रकार बीते दो दिनों से अपने होटल के कमरे में बंद हैं। इनकी बस को चलाने वाले ड्राइवर को अलग वार्ड में रखा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार बस के ड्राइवर ने बताया कि उसे बुखार जैसा महसूस हो रहा है। उसके बाद उसके शरीर में इस वायरस के लक्षण होने का अहसास हुआ। तभी उसे नजदीक के अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया गया, वहां पर उसकी रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। उसके बाद से इन पत्रकारों के दल की बस चलाने वाला ड्राइवर नहीं मिल रहा है। वो सभी होटल के कमरे में एक तरह से बंद हो गए हैं।
उधर वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या अब 2000 तक पहुंच गई है। इस वायरस के संक्रमण से 74000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा है कि संक्रमण ना केवल नियंत्रण से बाहर है बल्कि यह काफी खतरनाक स्थिति पर जा पहुंचा है। दुनिया के कई देशों में इस संक्रमण के शिकार मरीज पाए जा रहे हैं।
उधर भारत गुरुवार को चीनी शहर वुहान में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एक सी -17 सैन्य परिवहन विमान भेजेगा। विमान भेजने का मकसद वहां फंसे हुए भारतीयों को निकालना और कोरोनो वायरस से प्रभावित चीन के लोगों को चिकित्सा आपूर्ति की खेप देना है। सी -17 ग्लोबमास्टर भारतीय वायु सेना की सूची में सबसे बड़ा सैन्य विमान है।
विमान हर तरह के मौसम में लंबी दूरी तक बड़े उपकरणों, सैनिकों और मानवीय सहायता ले जाने में सक्षम है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक नोवल कोरोना वायरस के कारण हांगकांग में दूसरी मौत दर्ज की गई है। मेडिकल सूत्रों ने अखबार को बताया कि कोरोना वायरस के इलाज के तहत राजकुमारी मार्गरेट अस्पताल में 70 वर्षीय मरीज की बुधवार सुबह मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक शख्स 22 जनवरी को चीन से लौटा था।
महामारी से जूझ रहे वुहान में मास्क और रक्षात्मक बॉडीसूट की कमी हो गई है। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि कुछ डॉक्टरों में सांस संबंधी समस्या के लक्षण नजर आ रहे हैं, लेकिन चिकित्सा कर्मचारियों की कमी की चलते उन्हें लगातार काम करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में दिखाई दे रहा है। यहां पर अब तक 1800 लोगों की मौत हो चुकी है।