ताइवान ने चीन को किया खबरदार, अपने सैनिकों की सुरक्षा कौशल का वीडियो जारी किया
इस वीडियो के जरिए चीन को खबरदार किया गया है। वीडियो जारी करते हुए ताइवान रक्षा मंत्रालय ने चीन को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि उसकी सैन्य क्षमता को कम करके नहीं आंकना चाहिए।
बीजिंग, एजेंसी। ताइवान रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी कर अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया है। इस वीडियो में सैनिकों को विमान रोधी एंटी टैंकों और एंटी शिप मिसाइलों के साथ अपने द्वीप की रक्षा करते हुए उनके कौशल को दिखाया है। खास बात यह है कि ताइवान रक्षा मंत्रालय का यह वीडियो ऐसे समय आया है, जब दक्षिण चीन सागर में चीन उसकी सुरक्षा को चुनौती दे रहा है। इस वीडियो के जरिए चीन को खबरदार किया गया है। वीडियो जारी करते हुए ताइवान रक्षा मंत्रालय ने चीन को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि उसकी सैन्य क्षमता को कम करके नहीं आंकना चाहिए।
ताइवान मंत्रालय ने कहा कि युद्ध के लिए उकसा रहा है चीन
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने मंत्रालय के हवाले से कहा कि सबसे अहंकारी देश युद्ध के लिए उकसा सकता है। मंत्रालय ने आगे कहा कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा बार-बार युद्ध के लिए उकसाया जा रहा है। पीएलए की इस हरकत से ताइवान के लोग आहत हैं। उनके अंदर चीन के प्रति क्रोध है। मंत्रालय ने कहा कि पीएलए की यह प्रवृत्ति ताइवान स्ट्रेट की शांति और स्थिरता के लिए खतरनाक है। इस बीच ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा था कि हमारे पास पूरी समझ है। हम चीन की समग्र सैन्य स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि हमारी सेना राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में सक्षम है।
सैन्य ताकत में इजाफा कर रहा ताइवान
चीन लगातार ताइवान को आंख दिखाता रहा है। चीन के साथ तनाव को देखते हुए ताइवान लगातार अपनी सैन्य ताकत में इजाफा कर रहा है। पिछले दिनों चीन ने अपने फाइटर जेट ताइवान की सीमा की तरफ भेजे थे, लेकिन ताइवान की मिसाइलों को देखने के बाद सभी चीनी लड़ाकू विमान भाग खड़े हुए थे। सैन्य क्षमता को मजबूत करने के लिए एक सप्ताह पूर्व ताइवान ने अमेरिका की हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड के साथ 62 अरब डॉलर के F-16 फाइटर जेट खरीदने का सौदा किया था। यह सौदा करीब 10 साल में पूरा होगा। इस सौदे के बाद ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। चीन हमेशा से ताइवान को अपना हिस्सा बताता रहा है। इसलिए चीन ताइवान को हथियार दिए जाने वाली डील का विरोध करता रहा है।
ड्रैगन ने ताइवान स्ट्रेट पर 40 हजार सैनिकों की तैनाती की
उधर, ड्रैगन ने ताइवान पर सैन्य दबाव बनाने के लिए ताइवान स्ट्रेट पर 40 हजार सैनिकों की तैनाती की है। चीन ने धमकी दी है कि अगर राजनीतिक तरीके से ताइवान चीन का हिस्सा नहीं बनेगा तो वह ताकत के बल पर उस पर कब्जा कर लेगा। पेइचिंग के सैन्य विशेषज्ञ झोउ चेनमिंग ने कहा कि हालिया युद्धाभ्यास ताइवान सरकार को राजनीतिक चेतावनी है। हांगकांग के सैन्य विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग का कहना है कि नवंबर में अमेरिकी चुनाव से पहले चीन और बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर सकता है।