चीन की हिरासत में हैं गुमशुदा इंटरपोल चीफ, संस्था ने मांगा स्पष्टीकरण
अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी के पहले चीनी प्रमुख 64 वर्षीय मेंग को अनुशासन अधिकारियों ने अपने घेरे में ले लिया।
बीजिंग, प्रेट्र। इंटरपोल के प्रेसिडेंट मेंग होंगवेई को चीन में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। यह कदम उनके खिलाफ जांच के तहत उठाया गया है। इस आशय की जानकारी मीडिया रिपोर्ट में दी गई है। एक दिन पहले उनके अपने ही देश में लापता होने की खबर सामने आई थी।
इस बीच इंटरपोल ने चीन से अधिकृत रूप से स्पष्टीकरण मांगा है। अपने देश में पहुंचने के बाद इंटरपोल प्रमुख को हिरासत में लेने की खबरों के बाद अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने यह बताने को कहा है कि प्रमुख कहां हैं। शनिवार को इंटरपोल ने कानून प्रवर्तन चैनल के माध्यम से चीन को आग्रह सौंपा है।
अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी के पहले चीनी प्रमुख 64 वर्षीय मेंग को अनुशासन अधिकारियों ने अपने घेरे में ले लिया। पिछले सप्ताह जैसे ही वह चीन पहुंचे वैसे ही यह कदम उठाया गया। यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि उन्हें किस बात की जांच के लिए हिरासत में लिया गया है या फिर उन्हें कहां रखा गया है।
चीन के उपमंत्री भी हैं मेंग
इंटरपोल के प्रेसिडेंट मेंग चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय में उपमंत्री भी हैं। चीन में उनकी जांच चल रही है। उनकी पत्नी ने फ्रांस पुलिस को सूचित किया कि उनके पति लापता हो गए हैं। इसके बाद से उनकी गुमशुदगी को लेकर रहस्य गहरा गया।
जांच में जुटी है फ्रांस पुलिस
फ्रांस पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि मेंग की पत्नी द्वारा सूचित किए जाने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। इंटरपोल ने शुक्रवार को कहा था कि उसे मेंग की गुमशुदगी के बारे में पता है। यह मुद्दा फ्रांस और चीन के सक्षम अधिकारियों के बीच का मामला है।
रिपोर्ट के अनुसार मेंग को 29 सितंबर को फ्रांस में देखा गया था। फ्रांस के न्यायिक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि मेंग सितंबर के आखिर में चीन पहुंचे थे। लेकिन उसके बाद से उनके बारे में कोई खबर नहीं है।
चुप्पी साधे बैठा है चीन
इंटरपोल प्रमुख की गुमशुदगी के बारे में चीन ने अभी तक कुछ भी नहीं कहा है। न तो सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय और न ही विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी की है। चीन के पर्यवेक्षण कानून के तहत संदिग्ध के परिवार और नियोक्ता को हिरासत में लिए जाने से 24 घंटे पहले सूचित करना अनिवार्य है।
केवल जांच पर असर पड़ने की संभावना को देखते हुए ही यह कदम नहीं उठाया जाता है। इस मामले में मेंग की पत्नी को सूचित नहीं किया गया है।