चीन में जन्म दर बढ़ाने के प्रयासों के बीच विवाह दर में गिरावट जारी, संपन्न शहरों के युवाओं में बढ़ रहा अकेले रहने का चलन
वर्ष 1995 से वर्ष 2009 के बीच जन्मे 3000 युवाओं पर किए गए सर्वे में 34 फीसद ने साफ कहा कि उनके लिए जीवन साथी अपरिहार्य नहीं है। इस अवधि में जन्मे लोगों को जेन जेड कहा जाता है।
बीजिंग, एएनआइ। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) अपनी नई नीति के तहत जहां लोगों को जन्म दर बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रही है, वहीं देश में विवाह दर में गिरावट का सिलसिला जारी है।
देश के सार्वजनिक मामलों के मंत्रालय के अनुसार, पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल की तीन तिमाहियों में विवाह दर में गिरावट आई है। तीसरी तिमाही के दौरान सिर्फ 17.2 लाख लोगों ने शादी रचाई, जो पिछली तिमाही से कम है। रेडियो फ्री एशिया के मुताबिक, साक्ष्य विवाह दर में दीर्घावधि गिरावट का इशारा करते हैं, जिसका संबंध कोविड-19 महामारी से हो सकता है। लोग सरकार के उस वादे पर भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं, जिसमें उसने अधिक बच्चों वाले परिवार से भार कम करने की बात कही है।
43 फीसद महिलाओं ने शादी नहीं करने के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा
सीपीसी यूथ लीग के हालिया सर्वे में एक चौंकाने वाली बात सामने आई। वर्ष 1995 से वर्ष 2009 के बीच जन्मे 3,000 युवाओं पर किए गए सर्वे में 34 फीसद ने साफ कहा कि उनके लिए जीवन साथी अपरिहार्य नहीं है। इस अवधि में जन्मे लोगों को जेन जेड कहा जाता है। 43 फीसद महिलाओं ने शादी नहीं करने या फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ निश्चित नहीं होने की बात कही। शादी को लेकर अनिश्चितता आर्थिक संपन्नता से भी जुड़ी है। छोटे शहरों के मुकाबले धनी शहरों के युवा अकेले रहना ज्यादा मुनासिब समझते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 'जहां की अर्थव्यवस्था जितनी संपन्न है, वहां उतने ही अधिक लोग अकेले रहना पसंद कर रहे हैं। जैसे-जैसे संपन्नता बढ़ती जाएगी, अधिक संख्या में युवा अकेले रहना पसंद करने लगेंगे।' वहीं, दूसरी ओर चीन अपनी बढ़ती आबादी को लेकर भी बेहत चिंतित है। विश्व में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन है।
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