चीन बोला, कोरोना की उत्पत्ति की अंतरराष्ट्रीय जांच का आधार नहीं, ऑस्ट्रेलिया ने धमकी खारिज की
चीन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच की बढ़ती मांग को ख्कहा कि इस तरह की जांच का न तो पूर्व में कोई उदाहरण मिलता है और न ही इसका कोई कानूनी आधार है।
बीजिंग, एजेंसियां। कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच की बढ़ती मांग को देखते हुए चीन ने सोमवार को अपना पक्ष रखा। उसने कहा कि इस तरह की जांच का न तो पूर्व में कोई उदाहरण मिलता है और न ही इसका कोई कानूनी आधार है। अतीत में भी ऐसी महामारियों की जांच से कोई ठोस नतीजे नहीं निकले हैं। चीन ने वायरस की उत्पत्ति के मामले में एक तटस्थ अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया है। वहीं साउथ चाइना मार्निग पोस्ट में छपी एक खबर के मुताबिक राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने देशवासियों से अभूतपूर्व प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए तैयार रहने को कहा है। उनकी चेतावनी ऐसे समय सामने आई है जब देश की अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी स्वतंत्र जांच की मांग दोहरा चुके हैं।
वायरस की उत्पत्ति विज्ञान का मसला
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि अतीत में ऐसे वायरस की जांच से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। वायरस की उत्पत्ति विज्ञान का विषय है और इसका अध्ययन वैज्ञानिकों द्वारा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान कोरोना महामारी को नियंत्रित करने और जीवन को बचाने के लिए होना चाहिए। वायरस की उत्पत्ति के मुद्दे की आलोचना करना विज्ञान की भावना के विरुद्ध जाता है। यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आपसी विश्वास को बाधित करता है और वायरस से लड़ने के लिए वैश्विक सहयोग में मदद नहीं करेगा। अमेरिकी राजनेताओं द्वारा जांच की मांग को खारिज करते हुए गेंग ने कहा कि चीन ने दुनिया के विभिन्न देशों के साथ अपने अनुभव को साझा करके एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
चीन के आर्थिक दबाव की धमकी को ऑस्ट्रेलिया ने किया खारिज
चीन द्वारा ऑस्ट्रेलियाई सामान नहीं खरीदने की धमकी पर ऑस्ट्रेलिया ने कड़ा प्रतिवाद जताया है। विदेश मंत्री मारिज पाइन ने कहा कि महामारी की जांच की मांग सैद्धांतिक है और इसके खिलाफ किसी भी बयान को अस्वीकार करते हैं। दरअसल, ऑस्ट्रेलियन फाइनेंशियल रिव्यू अखबार के प्रथम पेज पर ऑस्ट्रेलिया में चीन के राजदूत चेंग जियंाग का साक्षात्कार छपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि चीन के लोग ऑस्ट्रेलियाई उत्पादों का बहिष्कार कर सकते हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने पिछले सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन के सभी सदस्यों से महामारी की स्वतंत्र जांच की मांग की थी।
ब्रिटेन ने चीन के आंकड़े हटाए
महामारी प्रभावित लोगों के आंकड़े छिपाने के आरोप के बीच ब्रिटेन ने अपनी सरकारी ब्रीफिंग से चीन के आंकड़ों को हटा दिया है। मेट्रो अखबार की रिपोर्ट के अनुसार 24 अप्रैल को 10 डाउनिंग स्ट्रीट की ब्रीफिंग में चीन सहित नौ देश शामिल थे। हालांकि अगले दिन चीन को इससे हटा दिया गया। उधर, ब्रिटेन की नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान मंत्रियों और वैज्ञानिकों से आम लोगों के प्रतिनिधि भी सवाल पूछ सकेंगे। पीएम बोरिस जॉनसन द्वारा अत्यधिक पारदर्शिता बरतने की जानकारी सामने आई है। वहीं प्रभावशाली ब्रिटिश सांसदों की एक समिति ने घरेलू ¨हसा के मामलों में हुई वृद्धि में त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि 19 अप्रैल तक छह सप्ताह के दौरान अकेले लंदन में 4093 मामले दर्ज किए गए हैं।