हांगकांग: लोकतंत्र समर्थकों की गिरफ्तारी के विरोध में ताइवान में प्रदर्शन, चीन के खिलाफ मार्च निकाला
ताइवान की राजधानी ताइपेई में सैकड़ों लोगों ने चीन के खिलाफ मार्च किया। विरोध कर रहे लोग हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की रिहाई की मांग कर रहे थे। अगस्त महीने में हांगकांग में 12 लोकतंत्र समर्थकों को चीन के नए कानून के तहत गिरफ्तार किया गया था।
ताइपेई, एजेंसी। हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की रिहाई के लिए रविवार को ताइवान की राजधानी ताइपेई में सैकड़ों लोगों ने चीन के खिलाफ मार्च किया। बता दें कि अगस्त महीने में हांगकांग में 12 लोकतंत्र समर्थकों को चीन के नए कानून के तहत गिरफ्तार किया गया था। इसको लेकर दुनिया के कई देशों में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। चीन के इस कार्रवाई को लेकर दुनिया में चीनी सत्ता के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। गौरतलब है कि हांगकांग में चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने के बाद 12 लोगों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह नाव वे ताइवान जा रहे थे। हांगकांग सरकार ने उनकी यात्रा को अवैध करार देते हुए लोकतंत्र समर्थक कहा था।
प्रमुख हांगकांग के कार्यकर्ता जोशुआ वोंग और नाथन लॉ ने सोशल मीडिया पर save12hkyouths के नाम से इस अभियान को शुरू करने में मदद की। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को लोगों ने दुनिया भर में कम से कम एक दर्जन शहरों में प्रदर्शन किया। न्यूयॉर्क से वैंकूवर तक ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड तक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। रविवार को ताइपेई में कई संगठनों ने हांगकांग के पक्ष में मार्च किया। प्रदर्शनकारी काले कपड़े पहने थे। प्रदर्शनकारी चेहरों पर मास्क पहने हुए थे। उन्होंने ग्लोरी टू हांगकांग का नारा लगाते हुए शहर के मध्य में मार्च किया।
फरवरी में हांगकांग से ताइवान में स्थानांतरित हुए त्सांग चेउंग-कुई ने कहा कि उनके लिए हांगकांग का प्रदर्शन महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि ताइवान के लोग हांगकांग का समर्थन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो चुका है कि अब हांगकांग पहले जैसा नहीं है। त्सांग ने हांगकांग में लोकतांत्रिक स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए हांगकांग के सरकार विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। त्सांग ने कहा कि हम चाहते हैं कि दुनिया को पता चले कि हांगकांग पहले जैसा नहीं है। पहले यहां लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून का शासन था, लेकिन अब इन मूल्यों का यहां पूरी तरह से अभाव है।
ताइवान के रहने वाले जेफ होउ अपने 13 वर्षीय बेटे को भी रैली में लाए थे। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के लिए मार्च करना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र के साथ हैं। होउ ने कहा कि डेमोक्रेटिक स्वतंत्रता हमारे लिए बेहद अहम है। 27 वर्षीय एम्मा, जिसने सुरक्षा कारणों के चलते अपना पूरा नाम देने से इन्कार कर दिया। वह गिरफ्तार किए गए 12 लोगों के भाग्य के बारे में चिंतित थीं। उन्होंने कहा कि मुझे संदेह है कि उन्हें कानूनी रूप से गिरफ्तार किया गया था। एम्मा ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद क्या उनके अधिकारों को बरकरार रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं उनके समर्थन में इस मार्च में आना चाहती थी।
बता दें कि जून में हांगकांग में चीन का व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया गया। इसके बाद से हांगकांग के अधिकतर नागरिक चीन के भय से ताइवान की ओर रुख कर रहे हैं।