चीन में उच्च शिक्षित पीढ़ी के बीच हर 5वां युवा बेरोजगार, इतनी बड़ी संख्या में कभी नहीं रही बेरोजगारी
इन युवाओं को नौकरियों की आस तो है लेकिन इनके सामने सबसे बड़ा प्रश्न इस समय इनकी जीविका का है। इस समय चीनी युवाओं को नौकरियों में मात्र दो से तीन हजार युआन ही दिए जा रहे हैं और इसके साथ काम करने की इतनी सारी शर्तें हैं।
बीजिंग। चीन की 21 वर्षीय शू शियांग फरवरी से नौकरी की तलाश कर रही हैं, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली। उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्या से मैं अकेले नहीं जूझ रही हूं, हमारे अधिकांश सहपाठी इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। शू लगभग 1.2 करोड़ चीनी युवाओं में शामिल हैं, जो नौकरी की तलाश में हैं।
16 से 24 वर्ष के 20.4 प्रतिशत युवा अप्रैल से बेरोजगार
चीन सरकार ने इस सप्ताह बताया कि नौकरी की तलाश कर रहे 16 से 24 वर्ष के 20.4 प्रतिशत युवा अप्रैल से बेरोजगार हैं। हालत यह है कि उच्च शिक्षित पीढ़ी के बीच चीन में हर पांचवां युवा बेरोजगार है। उनकी संभावनाओं में सुधार अधिकारियों के लिए एक प्रमुख सिरदर्द है, जो चाहते हैं कि अर्थव्यवस्था 2023 में 1.2 करोड़ नए रोजगार सृजित करे, जो पिछले वर्ष के 1.1 करोड़ से अधिक है।
कोरोना ने मुश्किलों को बढ़ाया
हालांकि, कोरोना ने उनकी मुश्किलों को काफी बढ़ा दिया है। इस वर्ष पूरे चीन के विश्वविद्यालयों से स्नातक की परीक्षा पास कर निकलने वालों की संख्या 1 करोड़ 15 लाख 80 हजार है। इतनी बड़ी युवाओं की संख्या को नौकरी देने में चीनी अधिकारियों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं, क्योंकि इस वर्ष उन्हें युवाओं के लिए 1 करोड़ 20 लाख नौकरियां पैदा करना है, पिछले वर्ष चीनी अधिकारियों ने 1 करोड़ 10 लाख नौकरियों का सृजन किया था।
इस वर्ष लोगों को नौकरियां इसलिए भी नहीं मिल रही हैं, क्योंकि पिछले वर्ष तक चीन में कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए सख्त लॉकडाउन लगा था। चीन में बेरोजगारी से हालत इतनी खराब है कि जिन्होंने उच्च स्तर की शिक्षा पाई है और ऐसे क्षेत्रों में पढ़ाई की है जो पूरी करने के बाद नौकरी मिलने की संभावना बहुत प्रबल हो जाती है। पिछले वर्ष जुलाई के महीने में चीन में बेरोजगारी दर 20 प्रतिशत थी, जो अप्रैल 2023 में बढ़कर 20.4 प्रतिशत पर पहुंच गई है। चीनी युवा इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में कभी बेरोजगार नहीं रहे। इस समय जितनी बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी से पढ़े-लिखे युवा बाहर निकल रहे हैं उनके लिए बाजार में नौकरियां नहीं हैं।
इन युवाओं को नौकरियों की आस तो है, लेकिन इनके सामने सबसे बड़ा प्रश्न इस समय इनकी जीविका का है। इस समय चीनी युवाओं को नौकरियों में मात्र दो से तीन हजार युआन ही दिए जा रहे हैं और इसके साथ काम करने की इतनी सारी शर्तें हैं खासकर सुबह जल्दी आकर देर रात तक काम करना भी इसमें शामिल है। इसमें जीना बहुत मुश्किल हो गया है। लेकिन इनके पास कोई और रास्ता भी नहीं है।