कोरोना वायरस के खतरे को लेकर शोधकर्ताओं ने साल 2007 में ही किया था आगाह, बताया था टाइम बम
चीन में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस को लेकर शोधकर्ताओं ने वर्ष 2007 में चेताया था। वैज्ञानिकों ने कहा था कि सार्स जैसे वायरस चीन में फिर से सक्रिय हो सकते हैं। पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली/बीजिंग, एजेंसियां। चीन में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस को लेकर समाचार एजेंसी आइएएनएस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने वर्ष 2007 में ही सार्स जैसे वायरस के एक बार फिर से चीन में सक्रिय होने के बारे में चेताया था। उस समय विशेषज्ञों ने दावा किया था कि दक्षिण चीन में चमगादड़ में सार्स और कोरोना जैसे वायरस का बड़ा भंडार एक टाइम बम की तरह है। 2007 में हांगकांग यूनिवर्सिटी के एक शोधपत्र में कहा गया था कि जानवरों या प्रयोगशालाओं से इस तरह के वायरसों के पुन: उभरने की संभावना है, इसलिए इससे निपटने की तैयारियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
चीन में अब तक 1,665 की मौत
समाचार एजेंसी एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 69 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। चीन सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, इस वायरस के संक्रमण से चीन में अब तक 1,665 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 68,500 लोग संक्रमित हो गए हैं। अधिकतर मामले हुबेई प्रांत में सामने आए हैं। इसके अलावा हाग कांग में इससे एक मौत हुई है जबकि 57 मामलों की पुष्टि हुई है। मकाउ में 10 और जापान में 412 (इनमें 355 मामले क्रूज जहाज के हैं) मामले सामने आए हैं।
इन देशों में भी दी दस्तक
सिंगापुर में 72, थाईलैंड में 34, दक्षिण कोरिया में 29, मलेशिया में 22, ताइवान में 18, वियतनाम में 16, जर्मनी में 16, अमेरिका में 15 मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में 14, फ्रांस में 12 (एक मौत), ब्रिटेन में 09 जबकि संयुक्त अरब अमीरात कुल 08 केस सामने आए हैं। कनाडा में 08, फिलीपींस में 03 (एक मौत), भारत और इटली में भी 03, रूस और स्पेन में दो दो मामलों की पुष्टि हुई है। बेल्जियम, मिस्र, नेपाल, श्रीलंका, स्वीडन, कंबोडिया और फिनलैंड में एक एक मामलों की पुष्टि हुई है।
कोरोना को लेकर चीन और डब्ल्यूएचओ के परस्पर विरोधी दावे
जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमण को लेकर चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने परस्पर विरोधी दावा किया है। बीजिंग ने जहां वायरस संक्रमण के नए मामलों में कमी आने का दावा किया है, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। जर्मनी में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष तेदरोस अदहानोम ने कहा है कि यह कहना मुश्किल है कि अब यह महामारी कहां-कहां फैलेगी। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, शनिवार को संक्रमण के जहां 2641 नए मामले दर्ज किए गए थे, वहीं रविवार को 2009 नए मामलों की पुष्टि हुई। WHO ने इस विषाणु के संक्रमण से होने वाले रोग का नाम कोविड-19 रखा है।