Coronavirus: चीन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में भारत की मदद करेगा
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुवांग ने कहा है कि कोरोना महामारी के फैलने के बाद भारत और चीन लगातार संपर्क में हैं।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने महाविनाशक कोरोना वायरस से युद्धस्तर पर निपटने में भारत की ओर से भेजी गई मदद की सराहना की है। चीन ने यह भी कहा कि वह कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए भारत की मदद करने का इच्छुक है और अपने अनुभव साझा करेगा। वह भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जरूरी सहायता भी मुहैया कराएगा।
चीन उन 19 देशों की सहायता करेगा जिन्होंने विपत्ति के समय मेरी मदद की थी
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुवांग ने सोमवार को मीडिया को बताया कि चीन उन 19 देशों की सहायता करेगा जिनकी सरकारों ने कोरोना वायरस के कारण आई विपत्ति के समय उसकी मदद की थी। जब शुवांग से पूछा गया कि इन 19 देशों की सूची में उनके करीबी देश भारत का जिक्र क्यों नहीं हैं, तो उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच जो भी आदान-प्रदान है, वह बेरोक-टोक होता है। दोनों देशों के बीच यह सहयोग बहुत नजदीकी है।
कोरोना महामारी के फैलने के बाद भारत और चीन के बीच लगातार सहयोग जारी है
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के फैलने के बाद भारत और चीन लगातार संपर्क में हैं। दोनों के बीच लगातार सहयोग जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी पक्ष को एक पत्र भेजकर अपनी संवेदनाएं प्रकट की थीं। भारत के विदेश मंत्री ने भी चीनी प्रतिपक्षी से फोन पर बात की थी। हमें भारत से सहायता मिली थी और हम उसकी प्रशंसा करते हैं। हमारे बीच आदान-प्रदान की एक प्रणाली है। चीन समयबद्ध तरीके से भारत से इस विषय में सूचनाएं साझा करता आ रहा है। चीन में भी हम भारतीयों को जरूरी सहायता और आवश्यक सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। हम उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रख रहे हैं।
चीन अपने अनुभवों को भारत के साथ साझा करना चाहता है
उन्होंने बताया कि जैसे ही यह वैश्विक महामारी फैलती गई, हमने भारत में हालात का भी संज्ञान लिया। चीन और भारत ही दो ऐसे देश हैं, जिनकी आबादी एक अरब से अधिक है। यह घातक वायरस हम सबके लिए चुनौती है। हम अपने अनुभवों को भारतीय पक्ष के साथ साझा करना चाहेंगे। आगे चलकर हम उन्हें जरूरी सहायता भी मुहैया कराएंगे।
कोविड-19 के अनुभवों को चीन ने युरेशियाई देशों और दक्षिण एशियाई देशों से साझा किया था
उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में भारत चीनी अधिकारियों की गई एक वीडियो कांफ्रेंस का भी हिस्सा था। इसमें कोविड-19 के अनुभवों को चीन ने युरेशियाई देशों और दक्षिण एशियाई देशों से साझा किया था। दक्षिण एशियाई देशों में भारत के अलावा श्रीलंका, भूटान, नेपाल, पाकिस्तान, मालदीव, बांग्लादेश ने हिस्सा लिया था।
भारत ने कोरोना से जंग के लिए चीन को आपातकालीन चिकित्सा उपकरण भेजे थे
ध्यान रहे कि भारत ने विगत 26 फरवरी को वुहान में कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबले के लिए चीन को चिकित्सकीय सहायता के तौर पर मास्क, ग्लव्स और अन्य आपातकालीन चिकित्सा उपकरण भेजे थे। भारत ने अपने सैन्य विमान के जरिए यह सहायता सामग्री भेजी थी और वापसी में इसी विमान से वहां फंसे 112 भारतीयों और कुछ विदेशी नागरिकों को बचाकर वापस लाया गया था।