चीन के रहस्यमय वायरस ने बढ़ाई दुनिया भर में चिंता, अब थाईलैंड और जापान में भी मिले मरीज
चीन में पाए जा रहे रहस्यमय वायरस से अब तक तीन की मौत हो चुकी है। इसके अलावा सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इनकी संख्या बढ़ने के आसार हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। दुनिया में इन दिनों एक रहस्यमय वायरस की चर्चा आम हो गई है। इस वायरस के सबसे अधिक शिकार भी चीन में पाए गए हैं। अकेले चीन में इस रहस्यमय वायरस के 139 नए मामले सामने आ चुके हैं, हैरत की बात ये है कि इतने मामलों का पता अभी सिर्फ दो दिनों में ही चला है। ये माना जा रहा है कि इस नए वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या कहीं अधिक होगी। इसका पता आने वाले दिनों में चल जाएगा। फिलहाल चीन के बाद अब इस वायरस ने थाईलैंड और जापान तक भी अपने पांव पसार दिए हैं। इन दोनों देशों में भी इस वायरस के मरीज पाए जा रहे हैं।
WHO ने जताई चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इस वायरस का प्रकोप इसलिए और अधिक बढ़ता दिख रहा है क्योंकि बड़े स्तर पर इसकी जांच की जा रही है। यह नया कोरोनावायरस दिसंबर महीने में सबसे पहले पकड़ में आया था लेकिन अब यह चीन की सीमा को पार करके दूसरे देशों में भी पहुंच चुका है। ताजा मामलों की बात करें तो थाईलैंड में दो और जापान में एक मामला सामने आया है। कोरोनावायरस के ये नए मामले चीन के वुहान शहर, बीजिंग और शेनज़ेन में पाए गए हैं। इसी के साथ चीन में इस वायरस से प्रभावित हुए लोगों की संख्या 200 के पार हो चुकी है। अब तक सांस लेने से संबंधित बीमारियों के कारण तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है।
कहां से आया ये वायरस?
यह बिल्कुल नई किस्म का वायरस बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये जीवों की एक प्रजाति से दूसरे प्रजाति के जीवों में जाता है और फिर इंसानों को संक्रमित करता है। जब ये इंसानों को संक्रमित करता है तो उन्हें इसका बिल्कुल पता नहीं चलता। नॉटिंगम यूनिवर्सिटी के एक वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर जोनाथन बॉल के मुताबिक यह बिल्कुल ही नई तरह का कोरोनावायरस है। बहुत हद तक संभव है कि पशुओं से ही इंसानों तक पहुंचा हो। जिस नए वायरस सार्स की बात कही जा रही है ये वायरस बिल्ली जाति के एक जीव से इंसानों तक पहुंचा था।
कैसा है यह वायरस
मरीजों से लिए गए इस वायरस के सैंपल की जांच प्रयोगशाला में की गई है। इसके बाद चीन के अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह एक कोरोनावायरस है। कोरोनावायरस कई किस्म के होते हैं मगर इनमें से छह को ही लोगों को संक्रमित करने के लिए जाना जाता था। मगर नए वायरस का पता लगने के बाद यह संख्या बढ़कर सात हो जाएगी। नए वायरस के जेनेटिक कोड के विश्लेषण से यह पता चलता है कि यह मानवों को संक्रमित करने की क्षमता रखने वाले अन्य कोरोनवायरस की तुलना में 'सार्स' के अधिक निकट है। सार्स नाम के कोरोनावायरस को काफी खतरनाक माना जाता है। सार्स के कारण चीन में साल 2002 में 8,098 लोग संक्रमित हुए थे और उनमें से 774 लोगों की मौत हो गई थी।
136 नए मामलों की पुष्टि
चीन के वुहान शहर के अधिकारियों का कहना है कि सप्ताह के अंत तक 136 नए मामलों की पुष्टि की गई है। वहीं वायरस के संक्रमण से एक अन्य शख्स की भी मौत की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। फिलहाल वुहान शहर में 170 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 9 लोगों के बारे में कहा गया कि उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं शेनजेन में अधिकारियों ने सूचना दी है कि एक 66 साल के आदमी में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं। इसके पीछे कारण माना जा रहा है कि यह शख्स कुछ दिन पहले ही अपने रिश्तेदारों से मिलने वुहान शहर गया हुआ था। चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन ने इससे पहले कहा था कि इस वायरस को अभी भी कंट्रोल किया जा सकता है।
सर्दी जुकाम से लक्षण
कोरोनावायरस के कारण संक्रमित लोगों में सर्दी-जुकाम के लक्षण मरीज में नजर आते हैं लेकिन असर गंभीर हो तो मौत भी हो सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर मार्क वूलहाउस का कहना है कि जब हमने ये नया कोरोनावायरस देखा तो हमने जानने की कोशिश की कि इसका असर इतना खतरनाक क्यों है। यह आम सर्दी जैसे लक्षण दिखाने वाला नहीं है, जो कि चिंता की बात है।