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पड़ोसियों के साथ बातचीत से विवाद सुलझाएगा चीन

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के 19वें महासम्मेलन में राष्ट्रपति चिनफिंग ने साढ़े तीन घंटे के ऐतिहासिक भाषण में देश को शक्तिशाली बनाने का वादा किया था।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Thu, 19 Oct 2017 11:11 AM (IST)Updated: Thu, 19 Oct 2017 01:56 PM (IST)
पड़ोसियों के साथ बातचीत से विवाद सुलझाएगा चीन

बीजिंग (रायटर)। चीन की सबसे शक्तिशाली संस्था कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का 19वां महासम्मेलन बुधवार से शुरू हो गया। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में 2,300 प्रतिनिधियों के समक्ष साढ़े तीन घंटे के ऐतिहासिक भाषण में नए युग की शुरुआत की रूपरेखा पेश की। साथ ही पड़ोसियों से जुड़े मसलों को बातचीत से सुलझाने की बात कही। उन्होंने चीन को ज्यादा शक्तिशाली और सेना को विश्वस्तरीय बनाने का वादा किया। सीपीसी के इस सम्मेलन में चिनफिंग के दूसरे कार्यकाल पर मुहर भी लगनी है और तीसरे कार्यकाल के लिए संविधान में संशोधन किया जाना है।

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सम्मेलन में अन्य प्रतिनिधियों के साथ पूर्व राष्ट्रपति झियांग जेमिन और हू जिंताओ भी मौजूद थे। सीपीसी के महासचिव के तौर पर चिनफिंग ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'चीन पड़ोसी देशों के साथ विवादों को बातचीत के जरिये सौहार्द, संवेदनशीलता, आपसी हितों और समग्रता के सिद्धांतों के आधार पर सुलझाना चाहता है। लेकिन, ऐसा चीनी हितों को ताक पर रखकर कतई नहीं होगा।' चीन का भारत के साथ डोकलाम में और दक्षिण चीन सागर में अन्य देशों के साथ विवाद चल रहा है।

राजनीतिक सुधार नहीं

चिनफिंग ने चीन में राजनीतिक सुधार की संभावनाओं को खारिज कर दिया। चीनी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में 'नए युग' शब्द का 36 बार इस्तेमाल किया। सत्ता और पार्टी पर चिनफिंग की पकड़ को देखते हुए उन्हें माओत्से तुंग और डेंग जियाओपिंग की तर्ज पर देश का सबसे शक्तिशाली नेता माना जा रहा है। इस बीच, किसी भी तरह के असंतोष को दबाने के लिए चीन के सबसे बड़े मैसेजिंग एप वी-चैट ने महीने के अंत तक प्रोफाइल बदलने पर रोक लगा दी है। सम्मेलन 24 अक्टूबर को संपन्न होगा।

आर्थिक नीतियों में बदलाव के संकेत

चिनफिंग ने आर्थिक नीतियों में बदलाव के संकेत दिए हैं। देश में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नियमों में ढील देने और सेवा क्षेत्र को विस्तार देने के लिए जरूरी सुधार करने की बात कही है। चिनफिंग ने हालांकि पहले कार्यकाल (2012-17) में निवेशकों को निराश किया है।

सेना को विश्वस्तरीय बनाने का वादा

चिनफिंग ने सेना को विश्वस्तरीय बनाने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 तक सेना पूरी तरह से तकनीक आधारित हो जाएगी। आइटी का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए लंबी दूरी तय करनी होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण का काम 2035 तक पूरा हो जाएगा। राष्ट्रपति सेना के सर्वोच्च कमांडर भी हैं।

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