सुषमा के चीन दौरे से दोनों देशों में बढ़ेगा विश्वास
प्रवक्ता ने कहा, हमें विश्वास है कि भारतीय विदेश मंत्री के दौरे से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और रणनीतिक साझेदारी भी बढ़ेगी।
बीजिंग, प्रेट्र : चीन ने कहा है कि भारत के साथ उसके रिश्ते प्रगति के पथ पर हैं। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के चीन दौरे से दोनों देशों के राजनीतिक विश्वास में बढ़ोतरी होगी। यह बात चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिइंग ने कही है। विदेश मंत्री स्वराज 21 अप्रैल को चीन के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचेंगी। अगले दिन वह चीनी विदेश मंत्री वांग ई के साथ द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण वार्ता करेंगी। साल भर पहले के डोकलाम विवाद के बाद इस उच्च स्तरीय वार्ता को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रवक्ता ने कहा, हमें विश्वास है कि भारतीय विदेश मंत्री के दौरे से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और रणनीतिक साझेदारी भी बढ़ेगी। हम भारत के साथ सभी स्तरों पर संबंधों में प्रगति की संभावना देख रहे हैं। चीन भारत के साथ उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की संभावना देख रहा है। वह व्यावहारिक साझेदारी को बढ़ाना चाहता है और भू विवादों को सुलझाकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाना चाहता है। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच गतिरोध के बिंदुओं में चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कॉरीडोर (सीपीइसी) का मसला है जो पाक के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरा है। भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में प्रवेश पर चीनी अड़ंगेबाजी है। आतंकी सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में चीन का लगातार रुकावट डालना है।
वांग ई के स्टेट कौंसलर बनने के बाद उनसे सुषमा स्वराज की यह पहली मुलाकात होगी। चीन में स्टेट कौंसलर को विदेशी मामलों में हस्तक्षेप के ज्यादा अधिकार होते हैं। प्रवक्ता के अनुसार दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों के अतिरिक्त क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर भी चर्चा होगी। सुषमा 24 अप्रैल को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगी। वह चीन में हिंदी के विद्वानों और छात्रों से भी मिलेंगी।