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चीन की जवाबी कार्रवाई अमेरिका के चार मीडिया संस्थानों पर कसी नकेल

एसोसिएटेड प्रेस (एपी) यूपीआइ सीबीएस और नेशनल पब्लिक रेडियो को सात दिनों के भीतर चीन में कर्मचारियों वित्तीय संचालन और अचल संपत्ति के बारे में जानकारी देनी होगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 07:28 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 07:28 PM (IST)
चीन की जवाबी कार्रवाई अमेरिका के चार मीडिया संस्थानों पर कसी नकेल
चीन की जवाबी कार्रवाई अमेरिका के चार मीडिया संस्थानों पर कसी नकेल

बीजिंग, एजेंसी। चीन ने अमेरिका के चार मीडिया संस्थानों को अपने कार्यों के बारे में विवरण प्रस्तुत करने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने यह कदम अमेरिका द्वारा चीन के मीडिया संस्थानों पर की गई कार्रवाई के विरोध में उठाया है। 

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सात दिनों के भीतर अमेरिकी मीडिया को देनी होगी जानकारी 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिझियान ने अपनी नियमित प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि एसोसिएटेड प्रेस (एपी), यूपीआइ, सीबीएस और नेशनल पब्लिक रेडियो को सात दिनों के भीतर चीन में अपने कर्मचारियों, वित्तीय संचालन और अचल संपत्ति के बारे में जानकारी देनी होगी। लिझियान ने कहा, 'हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह अपनी गलती को सुधारे और चीनी मीडिया संस्थानों का राजनीतिक दमन रोक और उन पर लगाए गए अनुचित प्रतिबंधों को हटाए।'

चीन और अमेरिका कर रहे हैं एक-दूसरे के मीडिया संस्‍थाओं के खिलाफ कार्रवाई  

बता दें कि पिछले कुछ महीनों से चीन और अमेरिका एक-दूसरे के मीडिया संस्थानों और उनके कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले अमेरिका ने चीन के चार मीडिया संस्थानों को विदेशी मिशन का दर्जा दे दिया था। इससे पहले वह फरवरी में भी पांच चीनी मीडिया संस्थानों को विदेश मिशन का दर्जा दे चुका था। उधर, मार्च में चीन ने अमेरिका के दो दर्जन पत्रकारों को निष्कासित कर दिया था।

जिन पत्रकारों को देश छो़ड़ने के लिए कहा गया था, उनमें न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉल स्ट्रीट जर्नल, वाशिंगटन पोस्ट के रिपोर्टर थे। इतना ही नहीं वाइस ऑफ अमेरिका और टाइम मैगजीन को चीन में अपने कार्यों के बारे में विवरण देने को कहा गया था। चीन की इस कार्रवाई के बाद वाशिंगटन ने चीन के चार मीडिया संस्थानों को अपने कर्मचारियों को कम करने का आदेश दिया था।

भारतीय समाचारपत्रों और वेबसाइटों पर रोक लगाई 

भारत से तनाव के बीच चीन ने भारतीय समाचारपत्रों और वेबसाइटों पर रोक लगा दी है,जबकि भारत में चीनी अखबारों और वेबसाइटों पर किसी तरह की रोक नहीं है। लोगों को अब सिर्फ वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) सर्वर के जरिए ही भारतीय मीडिया की वेबसाइट को खोलना होगा। 

केबल नेटवर्क और डीटीएच प्लेटफार्म से भारतीय टीवी चैनल भी गायब

चीन में केबल नेटवर्क और डीटीएच से भारतीय टीवी चैनल भी गायब हो गए हैं। भारतीय टीवी चैनलों को केवल इंटरनेट प्रोटोकॉल (आइपी) टीवी यानी इंटरनेट के जरिए ही देखा जा सकता है। इसके अलावा चीन में पिछले कुछ दिनों से आइफोन और डेस्कटॉप पर एक्सप्रेस वीपीएन ने भी काम करना बंद कर दिया है।


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