भारत के PSLV C-40 की टक्कर में चीन ने अंतरिक्ष में भेजा लांग मार्च-3बी!
चीन ने शुक्रवार को सिंगल कैरियर रॉकेट पर अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को भेजा है, जो 2018 के अंत में 'वन बेल्ट वन रोड' परियोजना के लिए मददगार साबित होंगे।
बीजिंग, आइएएनएस। भारत ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV C-40 से 31 उपग्रह एक साथ लॉन्च किए गए। शिचांग उपग्रह लॉन्च केंद्र में लांग मार्च-3 बी वाहक रॉकेट के ज़रिये 26वें और 27वें चीनी बेइदोउ नेविगेशन उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया। क्या ये इत्तेफाक है कि भारत और दोनों देशों के उपग्रह एक ही दिन और कुछ ही घंटों के अंतर पर प्रक्षेपित किए गए।
चीन ने शुक्रवार को सिंगल कैरियर रॉकेट पर अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को भेजा है, जो 2018 के अंत में 'वन बेल्ट वन रोड' परियोजना के लिए मददगार साबित होंगे। इन सैटेलाइट के जरिए बेल्ट एंड रोड परियोजना से जुड़े देशों के लिए नेविगेशन और पोजिशनिंग सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। शिचांग उपग्रह लॉन्च केंद्र में लांग मार्च-3 बी वाहक रॉकेट के ज़रिये 26वें और 27वें चीनी बेइदोउ नेविगेशन उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया।
वर्ष 2018 बेइदोउ नेविगेशन उपग्रह तंत्र (बीडीएस) का पहला लॉन्च मिशन संपूर्ण रूप से सफल हुआ। इससे वर्ष 2018 में बेइदोउ नेविगेशन उपग्रह का घना प्रक्षेपण शुरू हुआ। योजना के अनुसार वर्ष 2018 के अंत में बीडीएस बेल्ट एंड रोड परियोजना से जुड़े सदस्य देशों को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा।
टाइमिंग पर सवाल
अब इसे टक्कर ना कहें, तो फिर क्या कहा जाए। भारत ने PSLV C-40 से 31 उपग्रह एक साथ लॉन्च किए। इसमें सिर्फ 3 भारत के हैं और 28 सैटेलाइन अन्य देशों के हैं। इसके लिए काफी समय से तैयारियां चल रही थीं। ऐसे में लगभग पूरी दुनिया को पता था कि भारत PSLV C-40 लॉन्च करने जा रहा है। लेकिन चीन के लांग मार्च-3 बी से सिर्फ दो सैटेलाइन लॉन्च किए गए। चीन चाहता, तो इन सैटेलाइट को किसी और दिन भी कर सकता था। 12 जनवरी यानि शुक्रवार को 7 बजकर 18 मिनट पर चीन के शिचांग उपग्रह लॉन्च केंद्र में लांग मार्च-3 बी वाहक रॉकेट के ज़रिये 26वें और 27वें चीनी बेइदोउ नेविगेशन उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया। भारत के PSLV C-40 के लॉन्च की टाइमिंग आज सुबह 9 बजकर 28 मिनट थी।