चीन का नया पैतरा, कहा- हांगकांग के उज्ज्वल भविष्य के लिए यहां चुनाव सुधार बेहद जरूरी, US को किया खबरदार
चीन के एक शीर्ष राजनयिक वांग यी ने कहा है कि हांगकांग में दीर्घकालिक स्थिरता के लिए चुनावी व्यवस्था में सुधार किया जाना जरूरी है। चुनाव सुधार इसके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा। उन्होंने कहा कि हांगकांग को प्यार करना और देशभक्ति एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
बीजिंग, एजेंसी। चीन के एक शीर्ष राजनयिक वांग यी ने कहा है कि हांगकांग में दीर्घकालिक स्थिरता के लिए चुनावी व्यवस्था में सुधार किया जाना जरूरी है। चुनाव सुधार शहर के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा। बता दें कि हांगकांग में चुनाव सुधार को लेकर किया गया यह नया एलान ना केवल शहर में बीजिंग की पकड़ मजबूत करेगा बल्कि सत्ता में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के वफादारों की पैठ बढ़ेगी।
चीन का विश्वास है कि चुनाव सुधार शहर के लिए फायदेमंद होंग
वार्षिक संसदीय सत्र के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्टेट काउंसलर ने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान हांगकांग में लोकतंत्र नहीं था। इसलिए चीन का विश्वास है कि चुनाव सुधार शहर के लिए फायदेमंद होंगे। खास बात यह है कि एक वर्ष पहले ही चीन ने पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश पर एक सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया था। कानून लागू करते हुए कहा गया था कि सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर रोक लगाने के लिए यह जरूरी था। कानून लागू करते हुए बीजिंग ने तब एलान किया था कि शहर की विधायिका पर केवल देशभक्तों को ही शासन करना चाहिए।
हांगकांग को प्यार करना और देशभक्ति एक ही सिक्के के दो पहलू
वांग ने कहा कि हांगकांग को प्यार करना और देशभक्ति एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। चुनाव प्रणाली में परिवर्तन ना केवल पूरी तरह संवैधानिक है बल्कि उचित भी हैं। चीन ने सुधार का एलान उस कार्रवाई के एक सप्ताह बाद किया है, जिसमें उसने 47 लोकतंत्र समर्थक आंदोलनकारियों को देश-विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था। नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी। चीन द्वारा की गई इस कार्रवाई की अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने कड़ी आलोचना की थी। हालांकि बीजिंग ने कार्रवाई को आंतरिक मामला बताया था।
गैरजरूरी प्रतिबंधों को तत्काल हटाए अमेरिका
चीन ने रविवार को अमेरिका से आग्रह किया कि वह दोनों देशों के बीच लगाए गए गैरजरूरी प्रतिबंधों को तत्काल हटाए और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर दोनों देश की सरकारें मिलकर काम करें। बीजिंग ने वाशिंगटन पर लोकतंत्र के नाम पर अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया। बता दें कि पिछले सप्ताह ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन के साथ बढ़ती प्रतिद्वंद्विता को रेखांकित किया था। ताइवान, शिनजियांग और दक्षिण चीन सागर को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी के बारे में पूछे जाने पर स्टेट काउंसलर वांग यी ने कहा कि बीजिंग कभी भी बेबुनियाद आरोपों को स्वीकार नहीं करेगा।