दक्षिणी चीन सागर में चीन चला रहा अपनी एकछत्र हुकूमत, महामारी के चक्कर में फंसी दुनिया
दक्षिण चीन सागर में बीजिंग ने अपने देश के कानून लागू कर दिए हैं और इसे हथियाने के लिए जिले बनाने जैसे पासे फेंक दिए हैं।
हांगकांग, एएनआइ। नॉवेल कोरोना वायरस में उलझी दुनिया को अभी किसी और मुद्दे के लिए फुर्सत हो न हो लेकिन चीन अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है और नित नए गेम को अंजाम देता जा रहा है। इस क्रम में अब इसने दक्षिणी चीन सागर में पैर पसारने का काम शुरू कर दिया है। दूसरी ओर दुनिया के तमाम देश कोविड-19 महामारी को लेकर चीन के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं यहां तक कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी चीन के कारण संदेह के घेरे में आ गया है।
दरअसल, दक्षिण चीन सागर में जितना चीन का शेयर है उससे अधिक पर यह अपनी हुकूमत चलाने के मूड में है। चीनी तटरक्षक दल (China Coast Guard, CCG), पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) व अन्य सरकारी एजेंसियां दक्षिण चीन सागर को हथियाने में पूरी तरह जुटी है और विवादित सागर में चीनी कानून जबरन चलाया जा रहा है। चीन की ओर से समूचे दक्षिण चीन सागर और द्वीपों पर दावा किया जाता है। 18 अप्रैल को बीजिंग ने क्षेत्र पर संप्रभुता के अपने दावे को मजबूत करने के लिए पेरासेल द्वीप समूह और स्प्रैटली द्वीपों पर अपना हुकूमत चलाने के लिए दो जिले बना दिए हालांकि भारत इसपर पैनी निगाह रखता है। एक दिन बाद इसने 80 जियोग्राफिक और पानी के अंदर मौजूद फीचर्स के चीनी नाम प्रकाशित किए।
हाल में ही अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो न चीन पर आरोप लगाया था कि कोविड-19 के संकट से जूझ रहे अन्य देशों का फायदा बीजिंग ले रहा है और दूसरे देशों को डराने के लिए अपने सैन्य जहाजों को तैनात कर दिया है, ताकि वह अपतटीय गैस और तेल परियोजनाओं के विकास को पूरा कर सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 21 मई सुबह 8 बजे तक चीन में कुल संक्रमण का आंकड़ा 84,507 हो गया वहीं 4,645 लोगों की मौत हो गई।