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कोरोना वायरस के बाद चीन में बर्ड फ्लू H10N3 का पहला मामला, 41 वर्षीय संक्रमित शख्स का इलाज जारी

कोरोना वायरस के बाद अब बर्ड फ्लू का नया मामला चीन से आया है। यहां के झेंजियांग निवासी 41 वर्षीय शख्स में बर्ड फ्लू का संक्रमण है। फिलहाल शख्स की हालत स्थिर है और उसे जल्द ही डिस्चार्ज किया जाएगा।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 12:56 PM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 12:56 PM (IST)
कोरोना वायरस के बाद चीन में बर्ड फ्लू H10N3 का पहला मामला, 41 वर्षीय संक्रमित शख्स  का इलाज जारी
चीन में बर्ड फ्लू H10N3 का पहला मामला, संक्रमित शख्स की हुई पहचान

 बीजिंग, प्रेट्र। चीन (China) में बर्ड फ्लू का H10N3 स्ट्रेन से संक्रमित पहले शख्स का मामला सामने आया है। यह मामला देश के पूर्वी जियांगसु प्रांत में पता चला है। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को दी। झेंजियांग (Zhenjiang) शहर निवासी 41 वर्षीय शख्स में बर्ड फ्लू का संक्रमण है। फिलहाल शख्स की हालत स्थिर है और उसे जल्द ही डिस्चार्ज किया जाएगा।

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बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन से पीड़ित शख्स को बुखार व अन्य स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों के कारण 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती किया गया। 28 मई को इंफ्लूएंजा वायरस H10N3 से संक्रमित पाया गया। हालांकि अभी इस बारे में किसी तरह का विवरण नहीं दिया गया कि शख्स को यह संक्रमण कैसे लगा। अप्रैल में उत्तरपूर्व चीन के शेनयांग शहर (Shenyang city) में एक जंगली पक्षी में अत्यधिक रोगजनक H5N6 एवियन फ्लू की पहचान हुई थी।

अधिक खतरनाक नहीं है H10N3: NHC

हालांकि NHC ने H10N3 कम रोगजनक ( pathogenic) बताया है और इस संक्रमण को फैलने का खतरा भी कम बताया है। संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों की मेडिकल जांच की गई लेकिन उनमें इस तरह का कोई मामला नहीं है। एवियन इंफ्लूएंजा के कई स्ट्रेन चीन में मौजूद हैं और पोल्ट्री में काम करने वाले लोग इससे संक्रमण की चपेट में आए हैं।

2016-2017 में H7N9 स्ट्रेन से हुई थी 300 लोगों की मौत

2016-2017 में H7N9 स्ट्रेन से 300 लोगों की मौत के बाद से बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में नहीं आया था। अब यह पहला मामला मिला है। दुनिया में इस स्ट्रेन के संक्रमण को कोई दूसरा मामला सामने नहीं आया है। बता दें कि अभी कोविड-19 महामारी के चपेट में पूरी दुनिया है। इसकी शुरुआत भी चीन से ही हुई थी। पहला संक्रमण का मामला 2019 के अंत में चीन के वुहान में आया था। इसके दो-तीन माह बाद ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया था।


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