चीन ने भारत से 'संयम' बरतने पर पाक को सराहा, कोंग ने जैश को लेकर स्पष्ट नहीं किया अपना रुख
चीनी मंत्री कोंग की पाकिस्तान यात्रा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी कमेटी के अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस के आवेदन के संबंध में बेहद अहम है।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने दावा किया है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद उसके निकट सहयोगी पाकिस्तान ने 'संयम' बरता है। इसके साथ ही उसने भारत और पाकिस्तान से तनाव को और नहीं बढ़ाने का आग्रह किया है। हालांकि चीन ने अभी तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के नए प्रस्ताव पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव दूर करने के लिए चीन ने गुरुवार को अपने उप विदेश मंत्री कोंग झियानयू को इस्लामाबाद भेजा है। कोंग ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तेहमीना जांजुआ समेत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से गहन बातचीत की है। इस दौरान चीनी उप विदेश मंत्री कोंग ने कहा, 'चीन बढ़ते तनाव में संयम बरतने का भारत और पाकिस्तान से आह्वान करता है।
भारत-पाक के बीच की समस्या खत्म होनी चाहिए। वह भारत के साथ पाकिस्तान की समस्याओं को सुलझाने के इच्छुक हैं और उम्मीद करते हैं कि चीन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अन्य सदस्य इस प्रक्रिया में सकारात्मक भूमिका निभाने के इच्छुक हैं।
इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान जारी कर चीन को हमेशा सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया। चीन के उप विदेश मंत्री कोंग को बताया गया कि पाकिस्तान बातचीत के जरिए भारत के साथ सभी मुद्दों को सुलझाने के प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तान ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल रखने के लिए चीन के समर्थन की तस्दीक करते हुए कहा कि चीनी नेता ने आतंकवाद के खिलाफ उठाए पाकिस्तान के कदमों की भी सराहना की है। दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों के और मजबूत होने पर संतोष जताया और भविष्य में सभी स्तरों पर सहयोग बढ़ाने का वादा किया।
उल्लेखनीय है कि चीनी मंत्री कोंग की पाकिस्तान यात्रा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी कमेटी के अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के आवेदन के संबंध में बेहद अहम है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की यह कमेटी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए यह प्रस्ताव लेकर आई है।
अगर मसूद अजहर का नाम इन प्रतिबंधित आतंकियों की सूची में शामिल कर लिया गया तो विश्व में उसकी यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा। साथ ही उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। उसके बनाए आतंकी संगठन जैश को संयुक्त राष्ट्र ने पहले ही प्रतिबंधित कर रखा है।