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चीन ने लॉन्च किए पाकिस्तान के दो सैटेलाइट, जानिए क्या है खासियत

चीन ने पाकिस्तान के दो सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भेजे हैं। ये प्राकृतिक आपदाओं समेत कई चीजों की निगरानी करेंगे।

By Arti YadavEdited By: Published: Mon, 09 Jul 2018 02:34 PM (IST)Updated: Mon, 09 Jul 2018 03:50 PM (IST)
चीन ने लॉन्च किए पाकिस्तान के दो सैटेलाइट, जानिए क्या है खासियत
चीन ने लॉन्च किए पाकिस्तान के दो सैटेलाइट, जानिए क्या है खासियत

बीजिंग (प्रेट्र)। चीन ने अपने करीबी दोस्त पाकिस्तान के दो सैटेलाइट लॉन्च किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को चीन ने अपने लॉन्ग मार्च-2 सी रॉकेट से सैटेलाइट PRSS-1 और PakTES-1A लॉन्च किए। PRSS-1 पाकिस्तान को बेचा गया चीन का पहला ऑप्टिकल रिमोट सेंसिंग उपग्रह है और किसी विदेशी ग्राहक के लिए चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (CAST) द्वारा विकसित 17वां उपग्रह है।

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PRSS-1 के कक्षा में स्थापित होते ही पाकिस्तान दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास अपने रिमोट सेंसिंग उपग्रह हैं। वहीं, पाक द्वारा विकसित वैज्ञानिक प्रयोग उपग्रह, PakTES-1A को जिउक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से सुबह 11.56 बजे उसी लॉन्ग मार्च रॉकेट द्वारा ऑर्बिट में भेजा गया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, PakTES-1A को पाकिस्तान में ही विकसित किया गया था और फिर उसे लॉन्चिंग के लिए चीन भेजा गया। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि उसके पास अभी सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजने के लिए जरूरी मूलभूत सुविधाएँ नहीं हैं। बता दें कि यह दूसरी बार है, जब चीन ने उपग्रहों की लॉन्चिग में पाकिस्तान की मदद की है। इससे पहले चीन ने अगस्त 2011 में पाकिस्तान के सचार सैटेलाइट PAKSAT-1R को भी अंतरिक्ष में अपने रॉकेट से लॉन्च किया था।

गौरतलब है कि पाकिस्तान स्पेस ऐंड अपर ऐटमसफियर रिसर्च कमीशन (SUPARCO) अपने देश के लिए सैटेलाइट्स का निर्माण करता है। चीन द्वारा विकसित PRSS-1 का उपयोग भूमि और संसाधन सर्वेक्षण, प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी, ​​कृषि अनुसंधान, शहरी निर्माण और बेल्ट तथा रोड क्षेत्र के लिए रिमोट सेंसिंग जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाएगा। बता दें कि सोमवार को लॉन्च किया गया यह मिशन लॉन्ग मार्च रॉकेट सीरीज का 279वां मिशन है।


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