नकली दूध के फॉर्मूले की जांच कर रहा है चीन, इसे पीने से शिशुओं में स्वास्थ्य संबंधी हो रहीं गंभीर समस्याएं
रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे बार-बार अपने सिर पर ही थप्पड़ मारते थे और फिर उन सभी के रिकेट्स (सूखा रोग) से ग्रसित होने का पता चला।
बीजिंग, प्रेट्र। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि चीन शिशु दूध संबंधी एक अन्य घोटाले की चपेट में आ गया है, क्योंकि दक्षिणी हुनान प्रांत में अधिकारी नकली दूध के फॉर्मूले की जांच कर रहे हैं, जिसके पीने से शिशुओं में स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा हो रही हैं।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने गुरुवार को स्थानीय मीडिया रिपोर्टो के हवाले से बताया कि चेनझोउ के योंगक्सिंग काउंटी के अधिकारी बेई एन मिन नामक एक प्रोटीन ड्रिंक की बिक्री की जांच कर रहे हैं जिसे आउटलेट लव बेबीज वर्कशॉप में कथित तौर पर फॉर्मूला दूध बताकर बेचा गया।
पांच बच्चों के माता-पिता ने काउंटी के बाजार पर्यवेक्षण प्राधिकरण को सचेत किया कि उनके बच्चों में एक्जिमा हो गया है। यह एक ऐसी स्थिति होती है, जिससे त्वचा लाल हो जाती है और उसमें खुजली होने लगती है। उन्होंने बताया कि दूध पीने के बाद अचानक नाटकीय रूप से बच्चों का वजन कम हो गया और सिर सूज गया।
रिपोर्ट में सूखा रोग से ग्रसित होने का चला पता
रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे बार-बार अपने सिर पर ही थप्पड़ मारते थे और फिर उन सभी के रिकेट्स (सूखा रोग) से ग्रसित होने का पता चला। सोमवार को नए मामलों की रिपोर्ट करने वाले हुनान टीवी के अनुसार, माता-पिता अपने शिशुओं के लिए एक एमिनो एसिड वाला दूध पाउडर खरीदने के लिए स्टोर पर गए, जिन्हें आम फॉर्मूला दूध से एलर्जी थी। दुकान के कर्मचारियों ने बेई एन मिन की सिफारिश करते हुए कहा कि यह स्टोर का सबसे अच्छा फॉर्मूला दूध है और एलर्जी से पीडि़त कई शिशुओं को दिया गया है।
प्रोटीन ड्रिंक का लगा था लेबल
झू नाम के एक अभिभावक ने कहा कि उत्पाद पर प्रोटीन ड्रिंक का लेबल लगा था, लेकिन दुकान के सहायकों ने कहा कि यह शिशु दूध फॉर्मूला के लिए सिर्फ एक अन्य नाम है। झू ने कहा, 'जब मैंने इसे खरीदा तो किसी ने मुझे नहीं बताया कि यह सिर्फ एक नियमित पेय था। उन सभी ने कहा कि यह दूध का फॉर्मूला था।' हुनान टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, चेन उपनाम की एक अन्य मां ने कहा कि वह तब चिंतित हो गई जब अन्य लोगों ने उसके बच्चे के सूजे हुए माथे को देखा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्पष्ट नहीं था कि शिशुओं को कब तक पाउडर खिलाया गया था, लेकिन सभी कम वजन वाले थे, कमजोर थे और उनमें विटामिन डी की कमी थी।
एक मां ने समाचार एप टुटियाओ पर लिखा कि उसने अपने बच्चे को छह महीने तक यह पाउडर पिलाया, फिर एक डॉक्टर ने उसे दूसरे ब्रांड का दूध इस्तेमाल करने की सलाह दी। उसने लिखा, 'छह महीने बीत गए, मैंने पाया कि मेरे बच्चे का विकास रुक गया है और 18 महीने का होने पर भी वह चल नहीं सका। अब मुझे अहसास हुआ कि मेरे बच्चे ने नकली शिशु फॉर्मूला दूध पिया है। मुझे अब भविष्य में उसकी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर चिंता हो रही है।'
पहले भी हुए हैं घोटाले
चीन में इस तरह के कई घोटाले होने के बाद अभिभावक ज्यादातर विदेशी शिशु दूध पाउडर ब्रांडों पर भरोसा करते हैं। 2008 में हुए एक ऐसे ही घोटाले में खराब दूध पीने से छह शिशुओं की मौत हो गई थी और 3,00,000 अन्य बच्चे बीमार पड़ गए थे। बाद में जांच में पता चला था कि दूध में मेलामाइन मिलाया गया था, जो प्लास्टिक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक जहरीला रसायन होता है।
2003 में अन्हुई प्रांत के फूयांग में घटिया दूध पीने से 13 शिशुओं की मृत्यु हो गई थी और 171 बच्चों को इलाज की आवश्यकता पड़ी।