हांगकांग में आंदोलन दबाने के लिए चीन ने सेना तैनात करने की दी धमकी
चीनी सेना के प्रवक्ता वु कियान ने कहा है कि हांगकांग में जो भी हो रहा है उसपर हमारी नजर है। हमारे सैनिक वहां की छावनी में हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें तैनात भी किया जा सकता है।
बीजिंग, प्रेट्र। हांगकांग में एक महीने से भी लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन को खत्म करने के लिए चीन ने अपने सैनिक तैनात करने की धमकी दी है। प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए चीनी सेना ने कहा कि स्थानीय सरकार के आग्रह पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए वह हांगकांग में अपने सैनिक तैनात कर सकती है।
दरअसल, हांगकांग की नेता कैरी लाम ने प्रत्यर्पण कानून प्रस्तावित किया था। इसके तहत संदिग्धों व अपराधियों को मुकदमे के लिए चीन में प्रत्यर्पित किया जाना था। इस कानून को हांगकांग की स्वायत्तता पर खतरा माना जा रहा है। 1997 में ब्रिटेन ने चीन को हांगकांग इस शर्त पर सौंपा था कि 'वन कंट्री, टू सिस्टम' में उसकी स्वायत्ता बरकरार रहेगी। जून के मध्य में लाखों लोग प्रस्तावित कानून के विरोध में सड़क पर उतर आए थे। इसके दबाव में लाम को बिल निलंबित करना पड़ा था। हाल ही में लाम ने उस बिल के निरस्त होने का दावा किया था। लेकिन प्रदर्शनकारी बिल को आधिकारिक तौर पर वापस लेने और लाम के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं।
बीते रविवार प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग स्थित चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी के चिन्ह पर काला रंग पोत दिया था। चीन इससे भड़क गया है।
चीनी सेना के प्रवक्ता वु कियान ने कहा, 'हांगकांग में जो भी हो रहा है उसपर हमारी नजर है। हमारे सैनिक वहां की छावनी में हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें तैनात भी किया जा सकता है।' इससे पहले मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने हांगकांग में चल रहे विरोध प्रदर्शन के पीछे अमेरिका और ब्रिटेन का हाथ होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, 'हांगकांग चीन का हिस्सा है। हम किसी भी विदेशी ताकत को वहां कोई भी गड़बड़ी करने नहीं देंगे।'